इलाज की भीख मांगती रही मां, कोरोना संक्रमित 1 साल के बच्चे ने अस्पताल के बाहर तोड़ा दम
भारत में कोरोना की दूसरी लहर से खतरा बढ़ता जा रहा है। कई राज्यों में ऑक्सीजन की काफी किल्लत है। अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की भारी कमी देखी जा रही है। वहीं कई अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी...
भारत में कोरोना की दूसरी लहर से खतरा बढ़ता जा रहा है। कई राज्यों में ऑक्सीजन की काफी किल्लत है। अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की भारी कमी देखी जा रही है। वहीं कई अस्पतालों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीजों को भर्ती करने से भी मना कर दिया है। इस बीच कोरोना वायरस से संक्रमित एक साल के बच्चे ने अस्पताल के बाहर ही दम तोड़ दिया। बच्चे के परिजन उसे बेड मिलने का इंतजार करते रहे और उसकी जान चली गई। बच्चे की मां अपनी आंखों के सामने असहाय सी उसे तड़पता हुआ देखती रह गई। मामला विशाखापटनम के किंग जॉर्ज अस्पताल का है।
वहां मौजूद लोगों ने बताया कि बच्चा एंबुलेंस में ऑक्सीजन के लिए तड़पने लगा था और उसकी मां अस्पताल प्रशासन के आगे उसे भर्ती करने की भीख मांगती रह गई लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी और बच्चे की जान चली गई।
बता दें कि किंग जॉर्ज अस्पताल आंध्रप्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है लेकिन यहां स्थिति उतनी ही खराब है। हाल ही श्रीकाकुलम जिले में ऐसा ही एक मामला सामने आया था जिसमें एक आदमी को शव वाहन न मिलने के चलते अपनी मां का शव टू व्हीलर पर लादकर श्मशान ले जाना पड़ा था।