मेघालय: कांग्रेस ने बड़े नेताओं को मैदान में उतारा, तलाशेंगे सरकार बनाने की संभावना
कांग्रेस ने अतीत के कड़वे अनुभवों से सबक लेते हुए मेघायल में सरकार बनने की संभावना तलाशने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं को रुझान देखते ही शिलांग के लिए रवाना कर दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और...
कांग्रेस ने अतीत के कड़वे अनुभवों से सबक लेते हुए मेघायल में सरकार बनने की संभावना तलाशने के लिए अपने वरिष्ठ नेताओं को रुझान देखते ही शिलांग के लिए रवाना कर दिया। पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और कमलनाथ पूर्वोत्तर के राज्य में सरकार गठन के लिए निर्दलीय उम्मीदवारों से बातचीत करके सरकार बनाने पर चर्चा करेंगे। मुकुल वासनिक और सीपी जोशी को भी सरकार बनाने की कवायद में दिल्ली से भेजा गया है। कांग्रेस इस समय मेघालय में सरकार में है। अगर वह अपनी सरकार बचाने में सफल रहती है तो पार्टी के मनोबल के लिहाज से बहुत अहम होगा। पार्टी सूत्रों ने कहा कि सभी वरिष्ठ नेताओं ने बातचीत शुरू कर दी है। वे मुख्यमंत्री से बात करने के बाद निर्दलीय विधायकों का भी मन टटोलेंगे।
कांग्रेस के लिए अहम है मेघालय
सूत्रों ने कहा कि मेघालय कांग्रेस के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। त्रिपुरा में कांग्रेस विपक्ष की भूमिका भी खो चुकी है। नगालैंड में भी पार्टी की उम्मीदें परवान नहीं चढ़ पाई हैं। ऐसे में मेघालय से पार्टी की उम्मीदें जिंदा हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी इस बात का पूरा प्रयास करेगी कि भाजपा जोड़तोड़ करके उनके लोगों को प्रभावित करने का प्रयास न करे। समान विचारधारा वाले निर्वाचित प्रतिनिधियों से पार्टी बात करके सरकार बनाने की कोशिश करेगी। हालांकि भाजपा प्रदेश में गैर कांग्रेसी सरकार बनाने के लिए सभी विकल्पों पर गौर करने की बात कह चुकी है। भाजपा अगर यहां कांग्रेस को रोकने में सफल होती है तो कांग्रेस के एक और किला ढह जाएगा।
पहले चूक गई थी कांग्रेस
कांग्रेस की पूर्व में इस बात को लेकर आलोचना हो चुकी है कि पार्टी दो राज्यों गोवा और मणिपुर में सबसे बड़े दल के रूप में उभरने के बावजूद निष्क्रियता की वजह से सरकार नहीं बना पाई। इसका फायदा भाजपा ने उठाया और पार्टी कम संख्या के बावजूद सत्ता का अंकगणित अपने पक्ष में करने में सफल रही।