ममता की पार्टी हुई मालामाल, आमदनी में कांग्रेस को पीछे छोड़ा, बीजेपी बनी नंबर 1
इस साल 25 साल की हो चुकी टीएमसी को 2021-22 में 545.74 करोड़ रुपये आय हुई। 2017-18 में इस पार्टी ने 5.16 करोड़ रुपये कमाए। इस साल की तुलना में 2021-22 में टीएमसी की आय 90 फीसदी बढ़ गई।
राजनीतिक पार्टियों का रसूख जनता में उसके प्रति विश्वास के साथ-साथ उन्हें मिलने वाली धन राशि से भी किया जा सकता है। टीएमसी, कांग्रेस को पीछे छोड़ साल 2021-22 में सबसे ज्यादा धन अर्जित करने वाली दूसरी पार्टी बन गई है। ममता बनर्जी की पार्टी को 545.74 करोड़ की आय हुई है, जबकि कांग्रेस की वार्षिक आय 541.27 करोड़ रुपए रही।
चुनाव आयोग की तरफ से जारी राजनीतिक दलों की वार्षिक ऑडिट रिपोर्ट में भारत में आठ राष्ट्रीय दलों - भाजपा, कांग्रेस, टीएमसी, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) या सीपीआई (एम), और नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) को सामूहिक रूप से साल 2021-22 के दौरान 3,289.28 करोड़ रुपये कमाए।
भाजपा की आय सबसे ज्यादा
2021-22 के दौरान भाजपा ने 1917.12 करोड़ रुपये अर्जित किए, जबकि भाजपा को छोड़कर सात राष्ट्रीय दलों की कुल आय 1,372.16 रुपये रही। भाजपा की कुल आय में सबसे अधिक हिस्सा 1,775 करोड़ रुपये के स्वैच्छिक योगदान का है। इसमें 1,033 करोड़ रुपए के इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए हासिल हुए। चुनावी बांड भाजपा की कुल आय का 50 प्रतिशत से अधिक है। पार्टी ने फीस और चंदे से 6.31 करोड़ रुपए जुटाए हैं।
2017 के बाद से टीएमसी की आय 90 गुना बढ़ी है
इस साल 25 साल की हो चुकी टीएमसी को 2021-22 में 545.74 करोड़ रुपये आय हुई। 2017-18 में इस पार्टी की आय 5.16 करोड़ रही। इस साल की तुलना में 2021-22 में टीएमसी की आय में 90 फीसदी बढ़ गई। 2018-19 में टीएमसी की आय 144.73 करोड़ रुपये हुई। 2019-20 में पार्टी को 144.73 करोड़ रुपये मिले।