PM मोदी- CM योगी के 'डबल इंजन' में बाकी सब फेल, पोल सर्वे में बीजेपी को 52 फीसदी वोट
ओपिनियन पोल की मानें तो अगर आज चुनाव हो जाएं तो उत्तर भारतीय राज्यों में बीजेपी बंपर जीत के साथ सरकार में वापसी कर रही है। एनडीए उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक जीत दर्ज कर सकती है।
Loksabha Election Opinion Polls 2024: 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को चुनौती देने के लिए 26-दलों वाले विपक्षी गठबंधन INDIA के लिए अच्छी खबर नहीं है। ओपिनियन पोल में बीजेपी जीत की हैट्रिक करती नजर आ रही है और दूसरी तरफ तमाम कोशिशों के बावजूद INDIA को हार झेलनी पड़ सकती है। ओपिनियन पोल की मानें तो अगर आज चुनाव हो जाएं तो उत्तर भारतीय राज्यों में बीजेपी बंपर जीत के साथ सरकार में वापसी कर रही है। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के मुताबिक, एनडीए उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से 73 सीटें पर जीत दर्ज कर सकती है, पोल के सर्वे की मानें तो पीएम मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ का डबल इंजन विपक्षी गठबंधन पर भारी पड़ता दिख रहा है। सर्वेक्षण में कहा गया है कि विपक्षी गठबंधन INDIA यूपी में शेष सात सीटें जीत सकता है।
इंडिया टीवी-सीएनएक्स के ओपिनियन पोल में यह दावा किया गया है कि 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन के साथ एनडीए 2019 से भी ज्यादा सीट जीतकर इतिहास रच सकती है। पोल में अनुमान लगाया गया है कि 2024 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को 73 लोकसभा सीटें और हाल ही में एनडीए में शामिल हुई एसबीएसपी 1 सीट जीत सकती है।
पोल सर्वे में विपक्ष का कितना बुरा हाल
ओपिनियन पोल में भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए उत्तर प्रदेश में 9 लोकसभा सीटें ज्यादा जीत सकता है। वहीं, बसपा का खाता खुलने की संभावना नहीं है। एसपी-आरएलडी को 5 सीटें (एसपी 4, आरएलडी 1) मिल सकती हैं। सपा को 2024 में 1 सीट का नुकसान होने की संभावना है।
बीजेपी को 52 फीसदी वोट, दूसरे नंबर पर सपा
इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के मुताबिक, 2024 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 52% वोट मिलने की संभावना है। दूसरे नंबर के साथ एसपी को 23% वोट मिलने की उम्मीद है। बीएसपी 12% वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है। कांग्रेस को सिर्फ 4 फीसदी वोट मिल सकते हैं।
विपक्षी गठबंधन से दूर रहकर भी मायावती को नुकसान
गौरतलब है कि 2024 के चुनावों में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और आरएलडी विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का हिस्सा हैं। हालांकि, मायावती ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन में शामिल नहीं होगी और अगले साल के आम चुनाव में अकेले उतरेगी। ओपिनियन पोल के अनुसार, देश में सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में नवीनतम राजनीतिक समीकरणों का राज्य के चुनावों के नतीजों पर बहुत कम प्रभाव पड़ता दिख रहा है।
2019 से भी बड़ी जीत
2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 62 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि उसकी प्रतिद्वंद्वी अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी 5 सीटों पर सिमट गई थी। बीजेपी की सहयोगी अपना दल (एस) ने 2 सीटें जीतीं और कांग्रेस को एक सीट से संतोष करना पड़ा। पिछले चुनाव में मायावती की बहुजन समाज पार्टी 10 सीटों के साथ दहाई का आंकड़ा छूने में कामयाब रही थी। एसपी और बीएसपी ने 2019 का चुनाव एक साथ लड़ा था और दोनों 80 में से 15 सीटें साझा करने में कामयाब रहे थे।
गुजरात और उत्तराखंड में सफाया
यह भी अनुमान है कि बीजेपी गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीटें और उत्तराखंड की सभी पांच सीटें जीत सकती है, जबकि वह कर्नाटक की 28 में से 20 सीटें जीत सकती है। सात सीटें INDIA गठबंधन के लिए और एक जनता दल (एस) के पास जा सकती हैं।