कर्नाटक में 14 दिनों का लॉकडाउन, सिर्फ जरूरी सेवाओं की छूट, सार्वजनिक परिवहन भी रहेगा बंद
कर्नाटक सरकार ने राज्य में 14 दिनों का लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही अनुमति मिलेगी। रविवार को कर्नाटक में 34,804 नए कोरोना केस मिले थे, जो अब तक का सबसे बड़ा आंक़ड़ा...
कर्नाटक सरकार ने राज्य में 14 दिनों का लॉकडाउन का ऐलान कर दिया है। इस दौरान सिर्फ जरूरी सेवाओं को ही अनुमति मिलेगी। रविवार को कर्नाटक में 34,804 नए कोरोना केस मिले थे, जो अब तक का सबसे बड़ा आंक़ड़ा है। इसके अलावा राज्य में 134 लोगों की मौत भी हुई है। यह लॉकडाउन मंगलवार को रात 9 बजे से लागू होगा। कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जरूरी सामान बेचने वाली दुकानें सुबह 6 बजे से 10 बजे तक खुली रहेंगी।
इसके अलावा निर्माण कार्य, मैन्युफैक्चरिंग और कृषि कार्य से जुड़े सामानों को बेचने वाली दुकानों को भी खोलने पर रोक नहीं होगी। कर्नाटक में लॉकडाउन दिल्ली और महाराष्ट्र की तुलना में थोड़ा सख्त होगा। राज्य सरकार ने ऐलान किया है कि लॉकडाउन के दौरान सार्वजनिक परिवहन सेवाएं भी पूरी तरह से बंद रहेंगी।
कोरोना की दूसरी लहर में अब तक कमोबेश बचे रहे क्रर्नाटक में अब तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। रविवार को 34 हजार नए केस आने के साथ ही राज्य में कोरोना के कुल केस 13.49 लाख के पार पहुंच गए हैं। इसके अलावा मौतों का आंकड़ा भी 14,426 लोगों की मौत हो चुकी है। खासतौर पर बेंगलुरु में कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा देखने को मिला है। दिल्ली के बाद बेंगलुरु ऐसा शहर है, जहां सबसे तेजी से कोरोना के केस मिल रहे हैं। राज्य में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 20 फीसदी के करीब पहुंच चुका है। इससे साफ है कि संकट गहरा हो चुका है।
'महाराष्ट्र, दिल्ली से भी ज्यादा है कर्नाटक में कोरोना की रफ्तार'
सीएम बीएस येदियुरप्पा ने कहा, 'कोरोना संक्रमण राज्य में तेजी के साथ पैर पसार रहा है। यह संकट कर्नाटक में महाराष्ट्र और दिल्ली से भी ज्यादा बढ़ गया है। हम 18 साल से अधिक आयु के सभी लोगों को सरकारी अस्पतालों में मुफ्त में कोरोना का टीका लगाएंगे। इसके अलावा 45 साल से अधिक आयु वाले लोगों का केंद्र सरकार फ्री में टीकाकरण कर ही रही है।'