रूद्रप्रयाग और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के चलते रोकी गई केदारनाथ धाम की यात्रा, ऑरेंज अलर्ट जारी
रूद्रप्रयाग और आस-पास के इलाके में सुबह से हो रही भारी बारिश के चलते केदारनाथ धाम (Kedarnath Yatra ) की यात्रा को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है। प्रशासन लोगों से होटल लौटने की अपील कर रहा है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा को अस्थायी तौर पर रोक दिया गया है। रुद्रप्रयाग के सीओ प्रमोद कुमार के मुताबिक इलाके में लगातार बारिश हो रही है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भी ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस वजह से यात्रा को अस्थाई तौर पर रोका जा रहा है और श्रद्धालुओं को वापस उनके होटल लौटने की अपील की जा रही है। प्रशासन के अधिकारियों ने ऑरेंज अलर्ट मिलने के साथ ही यात्रा को अस्थाई तौर पर रोक दिया है साथ ही पैदल दर्शन के लिए जा रहे श्रद्धालुओं को रोककर उन्हें वापस होटल जाने को कहा जा रहा है। प्रशासन लोगों से लगातार अपील कर रही है कि वो अपनी सुरक्षा के लिए फिलहाल मंदिर ना जाएं।
प्रमोद कुमार के मुताबिक मंगलवार को भी इलाके में बारिश का ऑरेंज अलर्ट है लिहाजा गुप्तकाशी में करीब पांच हजार लोगों को रोक लिया गया है और उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा है। इस बीच इलाके में खराब मौसम के चलते हेलिकॉप्टर सेवा भी रोक लगा दी गई है। इसके अलावा केदारनाथ धाम के आसपास की पहाड़ी पर बर्फबारी हुई है जिसकी वजह से पूरे इलाके में पारा गिर गया है।
अधिकारियों के मुताबिक रविवार शाम से शुरू हुई बर्फबारी के बाद इलाके में काफी ठंड बढ़ गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक बाबा केदारनाथ मंदिर के आसपास की पहाड़ियां बर्फ की चादर से ढ़क गई है। कड़ाके की ठंड के बावजूद बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना जारी है। गौरतलब है कि दो साल के बाद चार धामों में से एक केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को खोले गए हैं। ये यात्रा अगले 6 महीनों तक जारी रहेगी।
इससे पहले केदारनाथ से खबर आई थी कि भारी संख्या में तीर्थ यात्रियों क पहुंचने से पूरे इलाके में कूड़े का ढेर लग गया है। यही नहीं, प्लास्टिक कूड़े की वजह से वहां मौजूद दुर्लभ वनस्पतियों को नुकसान हो रहा है और वो धीरे-धीरे विलुप्त हो रही है।