अरुणाचल की लड़कियां, पड़ोसी राज्यों में धंधा; कैसे सेक्स रैकेट चला रही थीं दो बहनें
नाबालिग लड़कियों से वेश्वावृत्ति करवाने वाले गिरोह के बारे में पुख्ता जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल ने चार मई को तेची रीना और जामलो तागुंग के घर पर छापा मारा और दो नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया।
अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वेश्वावृत्ति गिरोह का हाल ही में भंडाफोड़ किया और 10 से 15 वर्ष आयु वर्ग की चार नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। ईटानगर के पुलिस अधीक्षक रोहित राजबीर सिंह ने यहां संवाददाताओं को बताया कि नाबालिगों को दो बहनों द्वारा पड़ोसी राज्य असम के धेमाजी से यहां तस्करी करके लाया गया था। उन्होंने बताया कि दोनों बहनें ईटानगर में एक ब्यूटी पार्लर चलाती हैं।
उन्होंने बताया कि यहां निकट चिंपू में नाबालिग लड़कियों से वेश्वावृत्ति करवाने वाले गिरोह के बारे में पुख्ता जानकारी मिलने के बाद पुलिस दल ने चार मई को तेची रीना और जामलो तागुंग के घर पर छापा मारा और दो नाबालिग लड़कियों को छुड़ाया। अधिकारी के मुताबिक, दोनों महिलाएं घर से ही कथित रूप से वेश्वावृत्ति का गिरोह चला रही थीं।
अधिकारी ने बताया कि पूछताछ के दौरान नाबालिग लड़कियों ने बताया कि पुष्पांजलि मिली और पूर्णिमा मिली नाम की दो बहनें उन्हें धेमाजी से ईटानगर लेकर आईं थीं। उन्होंने बताया कि तस्करी करके ईटानगर लाये जाने के बाद उनसे जबरन वेश्यावृत्ति करवाई गयी।
सिंह ने बताया, ''बाल कल्याण समिति को मामले से अवगत करा दिया गया है और उनकी शिकायत के आधार पर ईटानगर महिला थाने में एक मामला दर्ज करके मामले की जांच की जा रही है। इसके साथ ही यह भी पता चला कि धेमाजी से तस्करी करके लायी गयी दो और नाबालिग लड़कियां पुष्पांजलि मिली के कब्जे में हैं।''
उन्होंने बताया कि बाद में उन्हें भी छुड़ा लिया गया। अधिकारी ने बताया कि सभी चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया और फिलहाल वे पुलिस हिरासत में हैं जबकि नाबालिग लड़कियां आश्रय गृहों में हैं। सिंह ने बताया, ''वेश्यावृत्ति गिरोह में शामिल कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि अन्य आठ ग्राहक पुलिस हिरासत में है। इन आठ में से तीन सरकारी अधिकारी हैं।''