चीन में हिंदी में बात कर रही हैं मशीनें, भारतीय को ऐसे चुटकियों में पहचाना
एक 'X' यूजर ने कमेंट किया, 'लेकिन कुछ बेशर्म लोग भारत में रहने के बावजूद हिंदी बोलने में शर्म महसूस करते हैं।' एक यूजर ने जानकारी दी, 'थाईलैंड और सिंगापुर ऐसा बीते 3-4 सालों से कर रहे हैं।'
चीन पहुंचे भारत के एक यात्री उस समय हैरान हो गए जब उन्हें हिंदी भाषा सुनाई दी। इससे भी ज्यादा खास बात है यह है कि 8000 किमी से ज्यादा दूर हिंदी मशीन से सुनने को मिली। भारतीय शख्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर कुछ तस्वीरों के साथ अपना अनुभव भी साझा किया है। चीन में हिंदी सुनकर सोशल की जनता भी खासी उत्साहित नजर आ रही है।
सोशल मीडिया यूजर शांतनु गोयल इंजीनियर हैं। उन्होंने 'X' पर चीन की यात्रा के दौरान हिंदी से सामना होने का किस्सा साझा किया है। वह लिखते हैं, 'अभी चीन पहुंचा हूं। ये मशीनें मेरे भारतीय पासपोर्ट की पहचान करने के बाद हिंदी में बोल रही हैं।' उन्होंने एक अन्य यूजर को जवाब देते हुए बताया है कि भारत के लिए यहां हिंदी भाषा डिफॉल्ट थी।
अब मौजूदा तस्वीर में चीन का नाम सामने आता है, तो पहला ख्याल सीमा विवाद का ही आता है। जानकार बताते हैं कि LAC यानी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हालात पूरी तरह से ठीक नहीं हैं। हालांकि, इन परेशानियों के बावजूद चीन की धरती पर हिंदी की मौजूदगी ने सोशल की जनता में कई सवाल भी खड़े कर दिए हैं।
पोस्ट पर एक यूजर ने कमेंट किया, 'लेकिन कुछ बेशर्म लोग भारत में रहने के बावजूद हिंदी बोलने में शर्म महसूस करते हैं।' एक यूजर ने जानकारी दी, 'थाईलैंड और सिंगापुर ऐसा बीते 3-4 सालों से कर रहे हैं।' एक यूजर ने लिखा, 'ऐसा सिंगापुर और बैंकॉक में भी है। इमीग्रेशन पर राष्ट्रीय के जरिए पहचाना जाना और स्वागत किया जाना बेहद जादुई है।'