रुपए की बढ़ रही साख, मलेशिया भी व्यापार को तैयार; 35 देश दे चुके मंजूरी
दुनिया में भारतीय रुपये की साख लगातार बढ़ रही है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को कहा कि भारत और मलेशिया अब व्यापार निपटान के लिए अन्य मुद्राओं के अलावा भारतीय रुपये का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
दुनिया में भारतीय रुपये की साख लगातार बढ़ रही है। विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को कहा कि भारत और मलेशिया अब व्यापार निपटान के लिए अन्य मुद्राओं के अलावा भारतीय रुपये का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह कदम अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारत की लगातार बढ़ रही साख का एक उदाहरण भर है। इससे पहले रूस समेत भारत के पड़ोसी मुल्क म्यामांर, नेपाल और बांग्लादेश समेत 35 देशों ने भारतीय मुद्रा में व्यापार करने पर हामी भरी है।
विदेश मंत्रालय ने कहा, "अन्य मुद्राओं में निपटान के मौजूदा तरीकों के अलावा भारत और मलेशिया के बीच व्यापार अब भारतीय रुपये (आईएनआर) में तय किया जा सकता है।" कहा, "यह जुलाई 2022 में भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा भारतीय रुपये में अंतरराष्ट्रीय व्यापार के निपटान की अनुमति देने के निर्णय का अनुसरण करता है।"
MEA ने कहा कि RBI की पहल का उद्देश्य व्यापार के विकास को सुविधाजनक बनाना और भारतीय रुपये में वैश्विक व्यापारिक समुदाय के हितों का समर्थन करना है। कुआलालंपुर स्थित इंडिया इंटरनेशनल बैंक ऑफ मलेशिया (IIBM) ने भारत में अपने संबंधित बैंक यानी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के माध्यम से एक विशेष रुपया वोस्ट्रो खाता खोलकर इस तंत्र का संचालन किया है।"
35 देश दे चुके मंजूरी
बता दें कि भारत के साथ अबतक 35 देशों ने रुपयों में व्यापार करने में अपनी रूचि दिखा चुके हैं। इसमें रूस के अलावा भारत के पड़ोसी देश म्यांमार, बांग्लादेश और नेपाल भी शामिल है। अंतरराष्ट्रीय बाजार पर नजर डालें तो डॉलर की मांग सबसे अधिक है। भारत भी अधिकतर चीजों के आयात और निर्यात के लिए डॉलर में भुगतान करता है। इसके लिए हमे अरबों डॉलर खर्च करने पड़ते हैं। लेकिन, जिस तेजी से कई देशों ने भारतीय मुद्रा में व्यापार के लिए हामी भरी है। इससे हमारी डॉलर पर निर्भरता कम होगी।