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Heavy Rain: कारें बहीं, पलक झपकते ही पुल गायब... इन 5 वीडियो में देखें बारिश से तबाही का भयानक मंजर

Weather Udpate: दिल्ली से हिमाचल प्रदेश तक भारी बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। नदियों का जलस्तर बढ़ चुका है। इस बीच, कई वीडियो सामने आए हैं, जोकि भयंकर तबाही दिखा रहे हैं।

Madan Tiwari लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीSun, 9 July 2023 05:14 PM
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Heavy Rainfall: उत्तर भारत के राज्यों में भारी बारिश से हालात बहुत ही खराब हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तो पिछले 40 साल का रिकॉर्ड टूट गया, जबकि हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड जैसे राज्यों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर आ गईं। यहां तक कि पार्किंग में खड़ीं कई गाड़ियां तक नदी में अचानक जलस्तर बढ़ने से बह गईं। हिमाचल के मंडी जिले में ब्यास नदी पर बना एक पुल भी बह गया। भारी बारिश की वजह से पिछले दो दिनों में कम-से-कम 12 लोगों की जान जा चुकी है। जल्द भारी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। दिल्ली, पंजाब, हिमाचल आदि से ऐसे वीडियो सामने आए हैं, जो काफी भयावह हैं। 

हिमाचल प्रदेश में बह गईं कारें
हिमाचल प्रदेश के कई शहरों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। सरकार लोगों से पहाड़ों पर अभी नहीं आने की अपील की रही है। सोशल मीडिया पर मनाली का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें गाड़ियां बहती हुई दिखाई दे रही हैं। वीडियो में एक जगह कई गाड़ियां खड़ी हैं। सबसे पहले एक सफेद रंग की गाड़ी पानी के बहाव के साथ बहती दिख रही है, जबकि कुछ देर बाद एक लाल रंग की कार नदी में बह जाती है। ट्विटर पर इस वीडियो को लाखों व्यूज मिल चुके हैं। वीडियो पहाड़ों की स्थिति बयां कर रहा है कि हालात कितने ज्यादा खराब हैं। 

पलक झपकते ही 'गायब' हो गया पुल
पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बीच ब्यास नदी का पानी मंडी जिले के पंडोह गांव में घुस गया है, जिससे औट गांव को बंजार से जोड़ने वाला पुल बह गया है। पिछले कुछ दिनों से उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है जिससे ब्यास नदी उग्र रूप से बहने लगी है। मौसम विभाग ने अगले दो दिनों के लिए हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट जारी किया है। सोशल मीडिया पर पुल के बहने का वीडियो भी सामने आया है। नदी का पानी पुल तक पहुंच गया, जिससे सफेद रंग का लोहे का पुल पलक झपकते ही नदी में समा गया। वीडियो में इस घटना को देखने के लिए वहां कुछ लोग भी दिखाई दे रहे हैं। वीडियो देखकर साफ पता चल रहा है कि पहाड़ी राज्यों की स्थिति इस समय क्या है।

दिल्ली के शांतिपथ में भर गया घुटनेभर पानी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार सुबह खत्म हुए 24 घंटे में जबरदस्त बारिश हुई है। एक दिन में ही 153 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई, जोकि 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सबसे अधिक बारिश है। इससे पहले, 25 जुलाई, 1982 को 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी। भारी बारिश से राजधानी के कई इलाकों में पानी भर गया। वीआईपी इलाके भी पानी की चपेट में आने से नहीं बच सके। सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने वीडियो शेयर किए हैं। शांतिपथ के एक वीडियो में घुटने तक पानी भरा हुआ है। दिल्ली में बारिश के चलते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को राजधानी के सभी स्कूलों को बंद रखने का ऐलान किया है। वहीं, भारी बारिश की वजह से दिल्ली का मशहूर मिंटो अंडरपास भी कुछ समय तक के लिए रविवार को बंद किया गया। 

पंजाब में नेशनल हाईवे पानी में डूबा
जिन राज्यों में भारी बारिश हो रही है, उसमें पंजाब भी शामिल है। यहां पर कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। यहां तक कि खरड़ से अमृतसर जाने वाला नेशनल हाईवे भी पानी से डूब गया है। सामने आए वीडियो में हाईवे पर हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पैदा हुई बाढ़ जैसी स्थिति के मद्देनजर रविवार को सभी कैबिनेट मंत्रियों, विधायकों और अधिकारियों को सतर्क रहने तथा जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि निचले इलाकों, खासकर नदी के किनारे बसे इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है और लोगों को जब तक जरूरी ना हो अपने घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उन इलाकों पर नजर रख रही है जहां बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है।

बिजली प्रोजेक्ट के पावर हाउस में घुस गया पानी
सबसे ज्यादा जिस राज्य में बारिश से तबाही मची है, वह हिमाचल प्रदेश लग रहा है। यहां तक ब्यास नदी में उफान के बाद 126 मेगावॉट क्षमता के लारजी बिजली प्रोजेक्ट के पावर हाउस में पानी घुस गया। इससे पूरा प्रोजेक्ट ब्लैक आउट हो गया, वहीं, यहां काम करने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। पानी अंदर न आए, इसके लिए गेट पर एक से डेढ़ मीटर ऊंची बैरिकेडिंग की गई थी, लेकिन यह भी काम नहीं आया। पानी बैरिकेड को तोड़ते हुए अंदर आ गया। सुरक्षा कारणों से पावर हाउस में बिजली के प्रोडक्शन का काम रोक दिया गया है।  

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