नींद से उठकर 24 घंटे मोदी और बीजेपी को नहीं देंगे गालियां, हार्डवर्किंग हैं प्रधानमंत्री; बोले गुलाम नबी आजाद
पूर्व कांग्रेसी नेता आजाद ने आगे कहा कि जब भी दूसरी पार्टी चुनाव जीत जाती है तो उसमें तोड़फोड़ करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। यह चीजें जो बीजेपी की कमजोरियां हैं, हम उसकी भी निंदा करते हैं।
कांग्रेस के पूर्व दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की है। साथ ही, उन्होंने बीजेपी की कई कमजोरियों पर बात करते हुए कहा है कि उसे तोड़फोड़ बंद करनी होगी। यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। पूर्व कांग्रेस नेता अपनी आत्मकथा 'आजाद' को लेकर सुर्खियों में हैं। इस किताब में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी तक का जिक्र किया है।
गुलाम नबी आजाद ने न्यूज एजेंसी 'एएनआई' से बात करते हुए कहा, ''जहां बीजेपी की तारीफ करने जरूरत होती है, करते हैं और जहां निंदा की जरूरत होती है उसे भी करते हैं। प्रधानमंत्री हार्डवर्किंग हैं, इसके कोई शक नहीं है। लेकिन दूसरी पार्टी को भी जियो और जीने दो। सभी दलों को अपनी राजनीति करने का अवसर दिया जाना चाहिए।''
आजाद ने आगे कहा कि जब भी दूसरी पार्टी चुनाव जीत जाती है तो उसमें तोड़फोड़ करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। यह चीजें जो बीजेपी की कमजोरियां हैं, हम उसकी भी निंदा करते हैं। लेकिन हम 24 घंटे नींद से उठकर मोदी और बीजेपी को गालियां नहीं देंगे। कुछ चीजें जो ठीक हैं, उन्हें ठीक कहते हैं। फॉरेन पॉलिसी में दुनिया फेल हो गई, लेकिन भारत पास हो गया। दुनिया के सारे देश लड़ रहे हैं और हम अकेले बच गए। कुछ चीजें अच्छी हैं, लेकिन कुछ जगह पर बीजेपी को सुधारना होगा वर्ना उनका भी कांग्रेस की तरह हाल हो जाएगा।
'क ख ग सीखने के लिए किंडरगार्टन वापस जाना चाहिए'
इससे पहले राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई तारीफ पर कांग्रेस के कुछ नेताओं की ओर से की गई अपनी आलोचना को लेकर पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को कहा था कि इन लोगों की 'गंदी सोच' है और इन्हें ''राजनीति का 'क ख ग' सीखने के लिए किंडरगार्टन'' वापस जाना होगा। राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता आजाद ने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा कि जो लोग विदाई भाषणों और नियमित भाषण में अंतर नहीं कर सकते, उनकी राजनीतिक समझ पर सवाल उठता है।
'जब मोदी बीजेपी के थे महासचिव, तब से हैं रिश्ते'
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने 'पीटीआई' को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि प्रधानमंत्री के साथ उनके अच्छे संबंध तब से हैं जब मोदी भाजपा के महासचिव थे। राज्यसभा से 15 फरवरी, 2021 को सेवानिवृत्त हुए आजाद ने कहा कि उच्च सदन से उनकी विदाई के समय 20 वक्ताओं ने भाषण दिया था और उनमें प्रधानमंत्री भी थे। जब आजाद को याद दिलाया गया कि उन्हें मोदी के उक्त भाषण के तत्काल बाद भाजपा का एजेंट करार दिया गया था तो उन्होंने कहा, ''यह अपमानजनक है। इसका मतलब है कि कुछ लोगों की सोच गंदी है। गंदे दिमाग वाले लोग ही ऐसी बातें कर सकते हैं।'' आजाद ने अपनी किताब में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपने कार्यकाल के बारे में भी लिखा है। उन्होंने कहा कि इस दौर में उन्हें प्रधानमंत्री को अंदर और बाहर से समझने का मौका मिला।