कर्नाटक में सिद्धारमैया-डीके शिवकुमार का रोल तय, मगर ये नेता अटकाएगा खेल?
कांग्रेस हाईकमान ने कर्नटाक का नेतृत्व करने के लिए सिद्धारमैया को सीएम और डीके शिवकुमार को डिप्टी सीएम के लिए तय कर लिया है। कांग्रेस के इस फैसले से वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर नाखुश हैं।
कर्नाटक में मुख्यमंत्री के चेहरा साफ हो गया है, सिद्धारमैया इस बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं और डीके शिवकुमार राज्य के एकमात्र उपमुख्यमंत्री होंगे। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी परमेश्वर ने आज पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को आगाह करते हुए कहा कि अगर किसी दलित को उपमुख्यमंत्री का पद नहीं दिया गया तो इसका प्रतिकूल परिणाम होगा। उन्होंने चेताया कि यह पार्टी के लिए मुसीबत बन जाएगा। 71 साल के जी परमेश्वर, एक दलित नेता हैं और एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली कांग्रेस-जेडी (एस) गठबंधन सरकार के दौरान उपमुख्यमंत्री थे। वह सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख भी रह चुके हैं।
कांग्रेस की तरफ से सिद्धारमैया के मुख्यमंत्री होने और डीके शिवकुमार के डिप्टी होने की घोषणा के कुछ घंटों बाद उनकी यह चेतावनी सामने आई। डीके शिवकुमार के एकमात्र डिप्टी सीएम होने के कांग्रेस के फैसले को लेकर जी परमेश्वर ने कहा, "उन्होंने जो कहा है वह शिवकुमार के दृष्टिकोण में सही हो सकता है, लेकिन आलाकमान का दृष्टिकोण अलग होना चाहिए। हाईकमान को फैसला करना है, हम उनसे उम्मीद करते हैं।"
क्यों पार्टी से नाराज हैं जी परमेश्वर?
पार्टी की तरफ से डिप्टी सीएम के लिए दलित चेहरा नहीं पेश किए जाने को लेकर उन्होंने इसे दलितों के साथ अन्याय बताया है। इस पर उन्होंने कहा कि लोगों, खासकर दलित समुदाय को बहुत उम्मीदें हैं।
जी परमेश्वर ने कहा, "इन अपेक्षाओं को समझते हुए, हमारे नेतृत्व को निर्णय लेना होगा। यदि ऐसा नहीं होता है, तो स्वाभाविक रूप से इसके लिए प्रतिक्रियाएं होंगी। मुझे यह कहने की कोई आवश्यकता नहीं है। इसे बाद में महसूस करने के बजाय, यदि वे इसे अभी सुधार लेते हैं यह बेहतर होगा। वरना यह पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। मैं उन्हें इसे समझने के लिए कहना चाहूंगा।"
जी परमेश्वर चाहते हैं दोनों पद
जी परमेश्वर ने इस बात को साफ कर दिया है कि वह सीएम और डिप्टी सीएम दोनों पदों के लिए इच्छुक हैं। उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों का उम्मीदवार था, लेकिन अब हमें आलाकमान के फैसले का पालन करना है, तो देखते हैं कि आने वाले दिनों में वे क्या करते हैं। अभी के लिए उन्होंने दोनों के बारे में घोषणा की है। हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि कैबिनेट विस्तार के दौरान वे कैसे न्याय करेंगे।"
यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, "आलाकमान ने सीएम और डीसीएम की घोषणा की है। सिद्धारमैया हमारी पार्टी से दूसरी बार सीएम बन रहे हैं, हम उनसे अच्छा प्रशासन प्रदान करने की उम्मीद करते हैं। लोगों की उम्मीदें हमसे बहुत बड़ी हैं, क्योंकि हमने उनसे वादा किया था। मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं और उम्मीद करता हूं कि वे अच्छा प्रशासन देने के लिए हम सभी को विश्वास में लेंगे।"
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहने के दौरान तुमकुरु जिले में कोराटागेरे का प्रतिनिधित्व करने वाले जी परमेश्वर 2013 के विधानसभा चुनाव हार गए थे। वह तब मुख्यमंत्री पद के दावेदार थे, लेकिन हारने के बाद उन्हें एमएलसी और सिद्धारमैया सरकार (2013-2018) में मंत्री बनाया गया था।