ओमान पहुंचा भगौड़ा जाकिर नाइक, सजा देने की बात पर विदेश मंत्रालय की दो टूक
जाकिर नाइक 2016 में नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भारत से भाग गया था। उसी साल, भारत की आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने उसके खिलाफ कई आरोप दर्ज किए।
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को दोहराया कि वह टीवी प्रचारक जाकिर नाइक को वापस लाने और उसे भारत में सजा दिलाने के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगा। साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने नाइक की ओमान यात्रा और भारत के साथ प्रत्यर्पण की व्यवस्था पर उठे सवाल में कहा, "हम उसे सजा का सामना करने और भारत लाने के सभी आवश्यक उपाय करना जारी रखेंगे।"
मनी लॉन्डिंग का आरोप
जाकिर नाइक 2016 में नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में भारत से भाग गया था। उसी साल, भारत की आतंकवाद विरोधी एजेंसी ने उनके खिलाफ धार्मिक घृणा और अन्य गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज की। बागची ने कहा, "जाकिर नाइक भारत में कई मामलों में आरोपी है। वह एक भगोड़ा है। हमने इस मामले को ओमान सरकार और ओमान के अधिकारियों के साथ सवाल उठाया है।"
ओमान में है जाकिर नाइक
नाइक कथित तौर पर 27 मार्च तक ओमान में मौजूद होगा। उपदेशक के प्रत्यर्पण पर एक स्पष्ट सवाल के जवाब में बागची ने कहा कि जहां तक प्रत्यर्पण का सवाल है, मैं इसकी जांच करूंगा। मुझे लगता है कि जिन देशों के साथ हमारी प्रत्यर्पण संधि है, उनकी लिस्ट पहले से ही पब्लिक डोमेन में है। नाइक ने हाल ही में कुछ रिपोर्टों के बाद सुर्खियां बटोरीं। नवंबर 2022 में ऐसा बताया गया कि कतर ने उसे फीफा विश्व कप में भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया था। हालांकि, देश ने बाद में दावों का खंडन करते हुए कहा कि नाइक को ऐसा कोई निमंत्रण नहीं भेजा गया था।
2016 में दर्ज हुए कई आरोप
जाकिर नाइक 2016 में भारत से मलेशिया चला गया और कथित तौर पर उनसे वहां अपना स्थाई निवाल बना लिया था। नाइक भारत में वॉन्टेड और उस पर नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले साल जाकिर नाइक के इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को गैरकानूनी घोषित कर दिया था। नाइक पर नफरत और वैमनस्य को बढ़ावा देने का आरोप है, और उसके भाषणों को आपत्तिजनक के रूप में देखा जाता है क्योंकि वह धर्मांतरण और आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले ज्ञात आतंकवादियों का गुणगान करता है।