President droupadi murmu speech: दल या राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत, NEET पेपर लीक पर मुर्मू
President droupadi murmu speech:18वीं लोकसभा सत्र में अपने संबोधन के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मोदी सरकार 3.0 के कामकाज का ब्लूप्रिंट रखा। उन्होंने नीट पेपर लीक पर भी टिप्पणी की।
President droupadi murmu speech: 18वीं लोकसभा सत्र को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संबोधित किया। अभिभाषण की शुरुआत राष्ट्रपति ने नवनिर्वाचित सांसदों को बधाई देकर दी। राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में हुए ऐतिहासिक चुनाव को दुनिया भर ने देखा और सराहना की गई। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का लक्ष्य देश को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाना है। इस दौरान विपक्ष ने नीट पेपर लीक को लेकर हंगामा किया। इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि हमे दल या राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है। राष्ट्रपति ने आपातकाल पर भी बात कही। उन्होंने कहा कि आपातकाल देश के संविधान पर सबसे बड़ा हमला था।
संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण के अंश-
आपातकाल देश के संविधान में सबसे बड़ा हमला
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में आपाताकाल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आपातकाल देश के संविधान पर सबसे बड़ा हमला था। राष्ट्रपति ने कहा कि आज 27 जून है और 25 जून देश के संविधान के लिए सबसे बुरा पल था। मेरी सरकार देश के संविधान को सिर्फ कामकाज नहीं मानती बल्कि, यह जन चेतना को भी साथ में लेकर चलती है। मुर्मू से पहले बुधवार को लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी आपातकाल को देश के लिए सबसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। स्पीकर ने सदन में दो मिनट का मौन भी रखा था।
तीसरी बड़ी अर्थव्यस्था की दिशा में बढ़ रहे आगे
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम कर रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, छह दशकों के बाद देश में पूर्ण बहुमत वाली एक स्थिर सरकार बनी है। लोगों ने तीसरी बार इस सरकार पर भरोसा दिखाया है। लोग इस बात से अवगत हैं।
कई मायनों में ऐतिहासिक 18वीं लोकसभा
राष्ट्रपति ने कहा कि यह सरकार हर भारतीय की आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है। 18वीं लोकसभा कई मायनों में एक ऐतिहासिक लोकसभा है। यह लोकसभा अमृत काल के शुरुआती वर्षों में बनी है। आगामी सत्रों में यह सरकार इस कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रही है। यह बजट आर्थिक और सरकार की दूरगामी नीतियों के साथ-साथ भविष्यवादी दृष्टिकोण का एक प्रभावी दस्तावेज होगा इस बजट में सामाजिक फैसले, कई ऐतिहासिक कदम भी दिखेंगे।
दुनिया ने देखा भारत का लोकसभा चुनाव, महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'दुनिया भर के लोगों ने सबसे बड़े लोकतंत्र का चुनाव देखा है। करीब 64 करोड़ मतदाताओं ने उत्साह और उमंग के साथ अपना कर्तव्य निभाया है। इस बार भी महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर मतदान में हिस्सा लिया है। इस चुनाव की बहुत सुखद तस्वीर जम्मू-कश्मीर से भी सामने आई है। कश्मीर घाटी में वोटिंग के अनेक दशकों के रिकॉर्ड टूटे हैं।'
दुनिया देख रही भारत की प्रगति
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, "सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन ने भारत को दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना दिया है। 10 वर्षों में, भारत 11वें स्थान से बढ़कर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। कोरोना महामारी और विभिन्न संघर्षों के बावजूद भारत विकास दर को हासिल करने में सक्षम हुआ। यह पिछले 10 वर्षों में किए गए सुधारों और राष्ट्रीय हित में लिए गए निर्णयों के कारण संभव हुआ है। आज भारत वैश्विक विकास में 15% का योगदान दे रहा है। भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं।”
बुजुर्गों को आयुष्मान का लाभ, किसानों को आत्मनिर्भर बना रहे
राष्ट्रपति मु्र्मू ने कहा कि, नई सरकार में हम 70 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्तियों को आयुष्मान का फायदा दे रहे हैं। यही नहीं किसानों के प्रति भी सरकार ने लगातार कार्य किए हैं। किसानों को 20 हजार करोड़ ट्रांसफर किए गए। इससे हमने किसानों को ज्यादा आत्मनिर्भर किया है।
दल या राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के भाषण के दौरान विपक्ष के नीट पेपर लीक मामले को लेकर हंगामा किया। राष्ट्रपति ने विपक्षी सांसदों को रोकने के लिए कहा लेकिन, वे नहीं रुके। इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि नीट पेपर लीक से पहले भी पेपरों की लीक की घटना कई राज्यों में सामने आए हैं। ऐसे में हमे दल या राजनीति से ऊपर उठकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जांच से ही जवाबदेह तय होगी।
गरीब, युवा और महिलाओं के सशक्तिकरण से ही विकसित भारत
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, विकसित भारत का निर्माण तभी संभव है जब देश के गरीब, युवा, महिलाएं और किसान सशक्त होंगे। इसलिए मेरी सरकार द्वारा उन्हें सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। हमारा लक्ष्य उन्हें हर सरकारी योजना का लाभ पहुंचाना है। भारत इस इच्छाशक्ति के साथ काम कर रहा है कि एक भी व्यक्ति सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे। सरकार की योजनाओं के कारण ही पिछले 10 वर्षों में 25 करोड़ भारतीय गरीबी से बाहर आये हैं। मेरी सरकार दिव्यांग भाई-बहनों के लिए किफायती और स्वदेशी सहायक उपकरण विकसित कर रही है। मेरी सरकार श्रमिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को एकीकृत करके दुर्घटना और जीवन बीमा का दायरा बढ़ाने का काम कर रही है।
पहली बार करोड़ों गरीबों के लिए शौचालय बने
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में गरीबों का जीवन और उनके स्वास्थ्य को राष्ट्रीय महत्व का विषय बना है। पहली बार करोड़ों गरीबों के लिए शौचालय बनाए गए हैं।
एक दशक में हमारा रक्षा निर्यात 21 हजार करोड़ पहुंचा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, "सक्षम भारत के लिए हमारी सशस्त्र सेनाओं में आधुनिकता जरूरी है। युद्ध की स्थिति में भी हम सर्वश्रेष्ठ रहें हैं। ये सुनिश्चित करने के लिए सशस्त्र सेनाओं में सुधार की प्रक्रिया निरंतर चलती रहनी चाहिए। इसी मानसिकता के साथ मेरी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। विभिन्न सुधारों के साथ, भारत 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा विनिर्माण में लगा हुआ है। पिछले 1 दशक में हमारा रक्षा निर्यात 18 गुना बढ़कर 21,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।"