महिला से छेड़छाड़ को लेकर हुई थी DIG की फजीहत, गोवा सरकार ने की ड्यूटी से छुट्टी
गोवा के DIG पर सोमवार रात एक क्लब में नशे में धुत होकर एक महिला से विवाद करने का आरोप लगा था। इसके बाद मुख्यमंत्री प्रमोद ने उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया।
एक नाइट क्लब में पार्टी में शामिल एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए पकड़े गए डीआईजी ए कोआन को गोवा सरकार ने ड्यूटी से हटा दिया है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस कार्रवाई को बेहद अपर्याप्त बताया है। हाल ही में ए कोआन गोवा में तैनात हुए और उन्हें डीआइजी का प्रभार सौंपा गया। इससे पहले ए कोआन दिल्ली में तैनात थे और ट्रैफिक सेल में कार्यरत थे। ड्यूटी से हटाए गए ए कोआन को एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए पकड़ा गया था।
गोवा के डीजीपी जसपास सिंह ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने 'राज्य सरकार को एक विस्तृत रिपोर्ट भेज दी है।' कोआन का नाम लिए बिना, सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि आईपीएस अधिकारियों का मूल्यांकन “कदाचार के इक्का-दुक्का घटनाओं के आधार पर” नहीं किया जाना चाहिए। कोआन 2009 बैच के एजीएमयूटी (अरुणाचल प्रदेश, गोवा, मिजोरम, और केंद्र शासित प्रदेश) कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं।
गोवा सरकार के अवर सचिव (कार्मिक विभाग) नाथिन अराउजो ने बुधवार शाम को आदेश दिया कि कोआन तत्काल प्रभाव से डीजीपी के समक्ष पेश हों। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने आश्वस्त किया है कि आरोपी आईपीएस अधिकारी के खिलाफ 'सख्त कार्रवाई' की जाएगी। अधिकारी पर सोमवार (सात अगस्त) की रात राज्य में एक क्लब में एक महिला के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के विधायक विजय सरदेसाई की ओर से इस मामले को राज्य विधानसभा में उठाए जाने के बाद सावंत ने बुधवार को सदन में कहा कि ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अधिकारी का नाम लिए बिना सरदेसाई ने सदन में कहा कि एक महिला ने नाइट क्लब में एक आईपीएस अधिकारी को तब पीटा जब उसने उससे छेड़छाड़ करने की कोशिश की। जीएफपी के विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी का महिलाओं के साथ 'दुर्व्यवहार' करने का पुराना रिकॉर्ड रहा है। सरदेसाई ने कहा कि वह घटना का वीडियो भी पेश कर सकते हैं, जिसमें आईपीएस अधिकारी एक क्लब में एक महिला कर्मचारी को 'अपने पास बैठने' के लिए कहता नजर आ रहा है। हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि कथित घटना कब हुई।
इस बीच, डीजीपी सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा, “दुर्व्यवहार के इक्का-दुक्का उदाहरणों के आधार पर आईपीएस अधिकारियों का मूल्यांकन न करें”। कथित तौर पर कोआन से जुड़ी घटना का जिक्र किए बिना, सिंह ने आईपीएस अधिकारियों की सराहना करने के लिए 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) का सहारा लिया। डीजीपी ने 'एक्स' पर लिखा, “कदाचार के इक्का-दुक्का उदाहरणों के आधार पर आईपीएस अधिकारियों का मूल्यांकन न करें। वे देश की सेवा करने के लिए लंबे, कठिन और कुशल प्रशिक्षण से गुजरते हैं। उन्होंने राष्ट्र की बलिवेदी पर अपने जीवन का बलिदान दिया है और आतंकवाद, उग्रवाद, नक्सलवाद और दैनिक अपराधों से लड़ रहे हैं।”