NEET परीक्षा में पेपरलीक की बात को धर्मेंद्र प्रधान ने नकारा, बोले- छात्रों को कोई नुकसान नहीं
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने बताया कि केवल 1563 उम्मीदवारों के लिए ही दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। 30 जून को घोषित किए जाएंगे।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट परीक्षा (NEET-UG) में किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि किसी भी छात्र को कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का जो भी आदेश होगा, सरकार उसे मानेगी। आपको बता दें कि आज इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने काउंसलिंग पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया है।
धर्मेंद्र प्रधान से इस पूरे प्रकरण पर कहा, ''नीट परीक्षा कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ। पेपर लीक नहीं हुआ है। जो गड़बड़ी सामने आई है उसे दूर करेंगे और दोषियों को सजा देंगे। किसी छात्र को कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा। सभी छात्रों को संतुष्ट किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट का आदेश मानेंगे।''
आपको बता दें कि मेडिकल स्नातक स्तर की पढ़ाई के लिए पांच मई को आयोजित की गई राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 2024 के मामले में केंद्र सरकार ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि जिन 1563 उम्मीदवारों के ग्रेस मार्क्स दिए गए थे, उनके स्कोर-कार्ड रद्द करने का निर्णय लिया गया है। उन्हें दोबारा परीक्षा देने का विकल्प भी दिया गया है।
न्यायमूर्ति विक्रम नाथ और न्यायमूर्ति संदीप मेहता की पीठ को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी ने बताया कि केवल 1563 उम्मीदवारों के लिए ही दोबारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। 30 जून को घोषित किए जाएंगे।