प्रदूषण: धूंध की चादर से लिपटी दिल्ली, बेहद जहरीली होती जा रही राजधानी की हवा
जैसे-जैसे सर्दी दस्तक दे रही है दिल्ली की हवा और जहरीली होती जा रही है। सर्दी और प्रदूषण की वजह से दिल्ली-एनसीआर में लगातार हवा में जहर बढ़ता जा रहा है। आज दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच...
जैसे-जैसे सर्दी दस्तक दे रही है दिल्ली की हवा और जहरीली होती जा रही है। सर्दी और प्रदूषण की वजह से दिल्ली-एनसीआर में लगातार हवा में जहर बढ़ता जा रहा है। आज दिल्ली की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। राजधानी में जब लोग सुबह उठे तो उन्होंने राजधानी को धूंध की चादर से लिपटा देखा। इंडिया गेट, राजपथ समेत दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में शुक्रवार की सुबह स्मॉग छाया हुआ दिखा। दिल्ली की हवा की गुणवत्ता किस कदर खराब हो चुकी है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली के अलीपुर इलाके में तो एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 400 के पार पहुंच गया है।
दिल्ली में वायु की गुणवत्ता को प्रभावित करने वाला प्रदूषण जारी है; इंडिया गेट और राजपथ से दृश्य। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, प्रमुख प्रदूषक (पीएम) आईटीओ में 356 (बहुत खराब श्रेणी) में 2.5 पर है।
Delhi: Pollution continues to affect the air quality in the national capital; visuals from India Gate & Rajpath.
Prominent Pollutant (PM) is at 2.5 at 356 (very poor category) in ITO, as per Central Pollution Control Board (CPCB) data. pic.twitter.com/hecY6rcbCZ
— ANI (@ANI) October 23, 2020
गुरुवार को वायुमंडल में प्रदूषकों के बढ़ने के साथ ही दिल्ली की आबोहवा बिगड़ गई और वायु प्रदूषण बढ़ गया। सुबह-सुबह दिल्लीवालों को वायु प्रदूषण की वजह से सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। सुबह में धूंध की मोटी चादर भी दिखी। दिल्ली पॉल्यूशन कंट्रोल कमेटी द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक, गुरुवार सुबह आईटीओ में वायु गुणवत्ता सूचकांक 254, पटपड़गंज में 246 दर्ज किया। ये दोनों ही श्रेणियां खराब में आती हैं।
एक स्थानीय ने एएनआई से बातचीत में कहा कि अगर राष्ट्रीय राजधानी में ऑड-ईवन नियम लागू किया जाता है तो यह निश्चित रूप से प्रदूषण स्तर को नीचे लाएगा। उन्होंने आगे कहा, स्टबल बर्निंग (पराली जलाना) यहां प्रदूषण का एक और कारण है ... शाम के समय प्रदूषण बढ़ता है। दिल्ली सरकार ने लाल बत्ती पर इंजन बंद करने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि यह प्रदूषण के स्तर को नीचे लाने में मदद करेगा।