सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर रक्षा मंत्री ने चेताया- पाक सीमा पर कार्रवाई जारी रहेगी
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। सीतारमण ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान सीमा पर कार्रवाई जारी रहेगी। रक्षा मंत्री ने कहा, सीमा पर...
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी। सीतारमण ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान सीमा पर कार्रवाई जारी रहेगी। रक्षा मंत्री ने कहा, सीमा पर घुसपैठ हो रही है और हम सीमा पर ही बहुत से घुसपैठियों को ढेर कर चुके हैं, उन्हें घुसपैठ की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि इस तरह की एक कार्रवाई पाकिस्तान को प्रशिक्षण और आतंकवादियों को भेजने से रोकती है। साथ ही सीमा पर हमारी कार्रवाई जारी रहेगी, चाहे उसने सबक सीखा हो या नहीं।
32 शहरो में ‘पराक्रम पर्व 2018’
सीतारमण ने कहा कि भारत सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर देशभर के 32 शहरों में ‘पराक्रम पर्व 2018’ मना रहा हैं। भारतीय सेना सर्जिकल स्ट्राइक की दूसरी वर्षगांठ पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान इससे संबंधित वीडियो लोगों को दिखा रही हैं और साथ ही देश की जनता को यह भी बता रही है कि सर्जिकल स्ट्राइक की आवश्यकता क्यों पड़ी।
कुछ भी शर्मनाक नहीं
रक्षा मंत्री ने कहा है भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ की गई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर कुछ भी शर्मनाक नहीं है। भारतीय सेना ने केवल अपने कर्तव्य का पालन किया हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि सैन्य शिविर में अपने सोए हुए सहयोगियों पर हमला करने वालों के खिलाफ भारतीय सैनिकों ने कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि जब सेना के जवान सैन्य शिविर में सो रहे हो और ऐसे में कोई उन पर हमला कर दे तो अपने साथियों के बचाने के लिए जवाबी कार्रवाई करने में कुछ भी गलत नहीं हैं।
आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेंगे
रक्षा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2016 के दौरान की गई सर्जिकल स्ट्राइक बहुत ही महत्वपूर्ण थी। इसके साथ ही उन्होंने कहा, भारत आतंकवाद को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगा और हमारे जवानों ने केवल अपने कर्तव्य का पालन किया हैं।
राफेल पर भी सफाई दी
राफेल सौदे पर सफाई देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार सौदे को लेकर संसद में पहले भी चार बार विस्तृत जानकारी दे चुकी हैं। उन्होंने कहा कि राफेल सौदा उन्हीं नियमों के तहत किया गया है जो कि तत्कालीन कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार के समय में अपनाया जाता था। रक्षा मंत्री ने कहा कि राफेल सौदे में दो कंपनियों के चलते बाधा आई और इसमें मौजूदा सरकार की किसी भी तरह की कोई भूमिका नहीं हैं।