पंजाब में कोरोना: नांदेड़ से लौटे श्रद्धालुओं ने बढ़ाई अमरिंदर सिंह की टेंशन
पंजाब में नांदेड़ से लौटे श्रद्धालु कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के लिए बड़ी टेंशन बनकर उभरे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नांदेड़ से लौटे 50 श्रद्धालु कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह कोरोना पॉजिटिव पंजाब...
पंजाब में नांदेड़ से लौटे श्रद्धालु कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार के लिए बड़ी टेंशन बनकर उभरे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, नांदेड़ से लौटे 50 श्रद्धालु कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। यह कोरोना पॉजिटिव पंजाब के 22 जिलों में से दस जिलों में पाए गए हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार सुबह पंजाब में कोरोना के 35 नए मामले सामने आए हैं। इससे यहां कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 357 तक पहुंच गई है। इसमें से 90 लोगों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है और 19 लोगों की मौत हो गई है। वहीं बुधवार को राज्य के विभिन्न जिलों से संक्रमण के 33 मामले सामने आए, जिसमें से नए संक्रमितों में महाराष्ट्र के नांदेड़ स्थित गुरुद्वारे से लौटे 23 सिख श्रद्धालु शामिल हैं।
श्रद्धालुओं को महाराष्ट्र से वापस लाने में कई लापरवाही बरतीं गई हैं। इसमें सबसे पहले महाराष्ट्र से लागते वक्त श्रद्धालुओं का कोई कोरोना टेस्ट नहीं किया गया। इतना ही नहीं एक बस में 40-40 लोगों को लाया गया, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की धज्जियां उड़ाई गई। बताया जा रहा है कई श्रद्धालु तो अपनी कार किराए पर लेकर 1800 किलोमीटर का सफर रुकते-रुकते तय किया है। इतना ही नहीं पंजाब सरकार ने सभी श्रद्धालुओं को एक जगह रोक कर ना तो सभी के टेस्ट कराए बल्कि सभी उनके घर भेज दिया। इसके चलते आने वाले दिनों में पंजाब में कोरोना मरीजों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। यह वहीं पंजाब है जिसकी शुरुआत में कोरोना से लड़ाई में खूब तारीफ हो रही थी क्योंकि उसने नियमों को सख्ती से लागू किया था।
गौरतलब है कि नांदेड़ में गुरुद्वारा हुजूर साहिब में मत्था टेकने गए पंजाब के लगभग 4,000 तीर्थयात्री कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण वहां फंसे हुए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद अब उन्हें वापस पंजाब लाया गया है। इसके अलावा जैसलमेर से 3,000 और राजस्थान के कोटा से 152 छात्रों को भी राज्य में वापस लाया गया है।
29 अप्रैल
नांदेड से आए श्रद्धलुओं को 21 दिन के क्वारंटाइन में रखा जाएगा: सीएम
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा था कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने तथा लोगों की जान बचाने के लिये नांदेड में हुजूर साहिब से आये श्रद्धालुओं तथा कोटा से आये छात्रों और मजदूरों को राज्य की सीमा पर रोककर सरकारी एकांतवास केन्द्रों पर भेजा जायेगा ताकि वे इक्कीस दिन तक दूसरों से न मिल सकें ।
28 अप्रैल
पंजाब में मंगलवार (28 अप्रैल) को कोरोना वायरस के 12 और मामले सामने आए जिससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 342 हो गई थी। इसमें जालंधर में सात, मोहाली और तरण तारण में दो-दो तथा होशियारपुर जिले में एक मामला सामने आया था।
27 अप्रैल
महाराष्ट्र के नांदेड़ से लौटे सिख तीर्थयात्रियों में से आठ में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि सोमवार (49 अप्रैल) को हुई जिसके बाद उन्हें पृथक-वास में भेज दिया गया था। आठ तीर्थयात्रियों में संक्रमण का मामला सामने आने के बाद राज्य में कोरोना वायरस के कुल मामले बढ़कर 330 हो गए थें।
26 अप्रैल
पंजाब के जालंधर में रविवार को 48 वर्षीय एक प्रवासी श्रमिक की मौत हो गई। इससे राज्य में संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई। इस बीच, कोरोना वायरस संक्रमण के चार और मामले सामने आने के साथ ही राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 313 हो गई थी।
25 अप्रैल
पंजाब में शनिवार (25 अप्रैल) को कोरोना वायरस के 11 और मामले सामने आये जिससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 309 हो गयी। इसमें पटियाला में छह, जालंधर में तीन तथा पठानकोट एवं एसबीएस नगर जिले में एक-एक मामला सामने आया था।
लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने वाला पंजाब पहला राज्य बना
पंजाब सरकार ने राज्य में लॉकडाउन दो सप्ताह और बढ़ा दिया है। राज्य में अब तीन मई की जगह 17 मई तक बंद लागू रहेगा। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बुधवार को यह घोषणा की। पंजाब लॉकडाउन अविध बढ़ाने वाला पहला राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री ने बंद बढ़ाने के साथ कुछ छूट का भी ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू में चार घंटे की ढील दी जा रही है। दुकानदार सुबह सात से 11 बजे तक अपनी दुकानें खोल सकेंगे। उन्होंने कहा, इस दौरान आप लोग (जनता) अपने घरों से बाहर आ सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोरोना संकट अगस्त-सितंबर तक रहने की आशंका है, इसलिए पूरी ऐहतियात बरतना जरूरी है। दो सप्ताह बाद हालात की समीक्षा कर लॉकडाउन के बारे में फैसला किया जाएगा।