बच्चा गलती से निगल गया LED बल्ब, डॉक्टर्स भी हैरान; जान बचाने के लिए अपनाया यह तरीका
ऐसी बड़ी सर्जरी को देखते हुए लड़के के पेरेंट्स उसे श्री रामचंद्र अस्पताल ले गए। यहां सीटी स्कैन की मदद से SRH मेडिकल टीम ने बच्चे की डिस्टल ब्रीदिंग ट्यूब ब्रांच में जमा एलईडी बल्ब को खोजा।
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के श्री रामचंद्र अस्पताल के डॉक्टरों ने बड़ी मशक्कत से एक बच्चे की जान बचा ली। इसने गलती से LED बल्ब निगल लिया था जो उसके फेफड़ों में जाकर फंस गया। बच्चे की ऐसी हरकत के बारे जानकर डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। बताया जा रहा है कि बीते शुक्रवार को बच्चे को खांसी और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत हुई। इसके बाद उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, 5 साल के बच्चे की गंभीर स्थिति देखते हुए डॉक्टरों को उसकी ब्रोंकोस्कोपी करनी पड़ी। अब उसकी स्थिति ठीक बताई जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, LED निगलने वाले बच्चे को पहले किसी अन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर ब्रोंकोस्कोपिक के 2 प्रयास किए गए जो विफल रहे। इसके बाद, अस्पताल ने बल्ब को बाहर निकालने के लिए ओपन चेस्ट सर्जरी की सलाह दी। इस तरह की बड़ी सर्जरी को देखते हुए लड़के के माता-पिता उसे श्री रामचंद्र अस्पताल ले गए। यहां सीटी स्कैन की मदद से SRH मेडिकल टीम ने बच्चे की डिस्टल ब्रीदिंग ट्यूब ब्रांच में जमा एलईडी बल्ब को खोजा। इसके बाद इलाज से जुड़ी आगे की प्रक्रिया पूरी की गई।
ब्रोंकोस्कोपी से एलईडी बल्ब को बाहर निकालने में सफलता
अस्पताल की ओर कहा गया, 'बच्चे के पेरेंट्स को ब्रोंकोस्कोपी के जरिए LED बल्ब निकालने की प्रक्रिया के बारे में समझाया गया। इसके विफल होने पर ओपन चेस्ट सर्जरी और पोस्टऑपरेटिव इंटेंसिव केयर यूनिट (ICU) और वेंटिलेशन का सुझाव दिया गया। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि सर्जन ब्रोंकोस्कोपी के माध्यम से एलईडी बल्ब को बाहर निकालने में सफल रहे।' डॉक्टर्स ने बताया कि बच्चे को आईसीयू या वेंटिलेशन की जरूरत नहीं पड़ी और बाद में उसे छुट्टी दे दी गई। कहा जा रहा है कि यह बच्चा अब पहले से काफी बेहतर महसूस कर रहा है और धीरे-धीरे पूरी तरह से स्वस्थ हो जाएगा। डॉक्टर्स के इस प्रयास की सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर तारीफ की है।