'बीफ करी' वाले ट्वीट का चेन्नई पुलिस ने किया विरोध, बाद में मांगी माफी; पोस्ट भी डिलीट
चेन्नई पुलिस को गुरुवार को माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा और आलोचना झेलने के बाद एक ट्विटर यूजर के बीफ पर लिखे गए पोस्ट पर आपत्ति जताने वाले अपने ट्वीट को डिलीट करना पड़ा।
चेन्नई पुलिस को गुरुवार को माफी मांगने के लिए मजबूर होना पड़ा और आलोचना झेलने के बाद एक ट्विटर यूजर के बीफ पर लिखे गए पोस्ट पर आपत्ति जताने वाले अपने ट्वीट को डिलीट करना पड़ा। खुद को तमिलनाडु के एक राजनीतिक दल नाम तमिझार काची के राज्य समन्वयक बातने वाले हैंडल @AbubackerOfficl ने "बीफ़ करी" कैप्शन के साथ एक तस्वीर पोस्ट की। ग्रेटर चेन्नई पुलिस के ट्विटर हैंडल ने इसका जवाब दिया और लिखा "ऐसी पोस्ट यहां अनावश्यक हैं।"
इस ट्वीट के लिए सोशल मीडिया पर आलोचना झेलने के बाद चेन्नई पुलिस को गुरुवार को इसके लिए माफी मांगनी पड़ी। ग्रेटर चेन्नई पुलिस (जीसीपी) ने गुरुवार को एक स्पष्टीकरण जारी किया और ट्वीट को हटा दिया।
इस ट्वीट को लेकर सोशल मीडिया में जमकर प्रतिक्रिया आए। लोगों ने पुलिस की भी आलोचना की। कई लोगों ने कहा कि वे चेन्नई पुलिस को याद दिलाना चाहेंगे कि भोजन एक बुनियादी मानव अधिकार और व्यक्तिगत पसंद की बात है। किसी को भी यह तय करने का अधिकार नहीं है दूसरे व्यक्ति को क्या खाना चाहिए।
कई ट्विटर यूजर्स ने सवाल किया कि पोस्ट में क्या गलत है और कोई बीफ क्यों नहीं खा सकता है। सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम से सांसद सेंथिलकुमार ने सवाल किया कि पुलिस का ट्विटर अकाउंट कौन हैंडल करता है। उन्होंने लिखा, "उस पोस्ट में क्या गलत है? चेन्नई पुलिस किस आधार पर यह अनावश्यक सलाह देती है कि क्या पोस्ट करें और क्या खाएं? सैकड़ों अपमानजनक/झूठी पोस्ट के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।''
पुलिस ने जल्द ही एक स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि यह एक गलती थी और ट्वीट अबूबकर की व्यक्तिगत भोजन पसंद के बारे में नहीं था। पुलिस ने कहा कि उन्होंने केवल इतना कहा कि पोस्ट अनुचित थी क्योंकि ग्रेटर चेन्नई पुलिस पेज जनता की शिकायतों के लिए है। चेन्नई पुलिस का पिछला ट्वीट भी डिलीट कर दिया गया।
जीसीपी के एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस ने एक अन्य ट्वीट का जवाब देने का प्रयास किया जिसमें उन्हें टैग किया गया था और गलती से जवाब अबुबकर की पोस्ट पर टैग कर दिया गया था।