मणिपुर में महिला से छेड़छाड़ का आरोपी BSF जवान सस्पेंड, वायरल हुआ था घटना का CCTV फुटेज
अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि यह घटना 20 जुलाई को इंफाल वेस्ट जिले में दर्ज की गई थी। अर्धसैनिक बल को शिकायत मिलने के बाद आरोप की जांच की गई और बाद में उसी दिन जवान को निलंबित कर दिया गया।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने बीते हफ्ते मणिपुर में राशन की दुकान पर स्थानीय महिला से छेड़छाड़ के आरोपी जवान को निलंबित कर दिया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो में हेड कांस्टेबल सतीश प्रसाद अपनी वर्दी पहने हुए और इंसास राइफल के साथ महिला के साथ दुर्व्यवहार करते हुए दिख रहा है। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर भी बड़ी संख्या में साझा किया गया। वीडियो को देखने के बाद यूजर्स ने भी अपने गुस्से का इजहार किया था।
बीएसएफ के एक अधिकारी ने कहा कि यह घटना 20 जुलाई को इंफाल वेस्ट जिले में दर्ज की गई थी। अर्धसैनिक बल को शिकायत मिलने के बाद आरोप की जांच की गई और बाद में उसी दिन जवान को निलंबित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया कि बल की 100वीं बटालियन से संबंधित हेड कांस्टेबल के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की कार्यवाही शुरू की गई है। जवान को पूर्वोत्तर राज्य में जातीय हिंसा के मद्देनजर सुरक्षा ड्यूटी के लिए तैनात यूनिट के रूप में भेजा गया था।
'BSF नहीं बर्दाश्त करेगा ऐसे कृत्य'
अधिकारी ने बताया कि इस तरह के कृत्यों को बीएसएफ बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगा और इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में 3 मई को 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन हुई था। इसके बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सरकार की ओर से राज्य में शांति बहाली के तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि, अभी तक इस तरह की कोशिशों में पूरी तरह से सफलता नहीं मिली है। राज्य में मेइती समुदाय की आबादी करीब 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं। वहीं, नगा और कुकी समुदाय के आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे पर्वतीय जिलों में रहते हैं।
इस बीच, दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने पूछा कि जब वह इतनी दूर आकर यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाओं से मुलाकात कर सकती हैं तो मुख्यमंत्री उन पीड़िताओं से क्यों नहीं मिल सके। मणिपुर के दौरे पर रविवार को आई मालीवाल ने दावा किया कि जिन 2 महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था, उन्होंने बताया कि सरकार के किसी नुमाइंदे ने उनसे मुलाकात नहीं की है। मालीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और केंद्रीय महिला व बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी से राज्य का दौरा करने की अपील की।