हंगामा है क्यों बरपा, जाति ही तो पूछी है; लोकसभा में राहुल गांधी के भड़कने पर भाजपा
लोकसभा में कल से जाति का मुद्दा गरम है। मंगलवार को सदन में अनुराग ठाकुर की टिप्पणी के बाद जमकर हंगामा हुआ। इस पर बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने कहा है कि जाति पूछने पर इतना हंगामा क्यों हो रहा है।
लोकसभा में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की जाति वाली टिप्पणी को लेकर दोनों तरफ से लगातार हमले किए जा रहे हैं। अखिलेश यादव ने सवाल उठाया था कि संसद में किसी की जाति कैसे पूछी जा सकती है। इस मुद्दे पर बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने अखिलेश यादव और राहुल गांधी दोनों को घेरा है। संबित पात्रा ने कहा है कि राहुल गांधी और उनकी वजह से उनकी पूरी पार्टी का जो व्यवहार है वह माफी के लायक नहीं है। संबित पात्रा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जब अनुराग ठाकुर ने कल बिना किसी का नाम लिए बोला तो सिर्फ एक व्यक्ति को बुरा लगा और उसके इशारे पर कांग्रेस के सभी सदस्य क्यों खड़े हो गए।
संबित पात्रा ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में वह अहंकार भरा व्यवहार दिखाते हैं और यह देख कर उनका दिल दुखता है। आगे समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव पर यह आरोप भी लगाया कि वह दूसरों से जाति पूछते हैं लेकिन जब खुद इस बारे में पूछा गया तो हंगामा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जाति क्या पूछ लिया हंगामा हो गया। जाति के पूछने पर इस तरह व्यवहार का व्यवहार?” उन्होंने कांग्रेस के सांसदों पर सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही में रुकावट डालने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस सदस्य कागज़ फाड़कर स्पीकर की तरफ फेंक रहे थे क्योंकि उन्हें लगा कि राहुल गांधी से उनकी जाति पूछी गई है।”
‘पत्रकार, सैनिकों की जाति पूछी जा सकती है तो उनकी क्यों नहीं’
संबित पात्रा ने आगे कहा कि यह देख कर हैरानी होती है कि जो व्यक्ति हर किसी की जाति पूछ सकता है उनकी जाति क्यों नहीं पूछ सकते। संबित पात्रा ने कहा, “पत्रकारों की जाति पूछी जा सकती है, प्रशासनिक अधिकारियों की जाति पूछी जा सकती है कि हलवा सेरेमनी के दौरान जो अधिकारी खड़े हैं वो किस जाति के हैं, जजों की जाति पूछी जा सकती है और तो और आप सैनिकों की जाति आप पूछ सकते हैं। आप कहते हैं कि हिंदुस्तान के लोगों को यह जानने का हक है कि सेना में किस जाति, धर्म के कितने लोग हैं। यह सब आप पूछ सकते हैं लेकिन अगर कोई आपसे आपकी जाति पूछे तो आप बोलना शुरू कर देते हैं।" संबित पात्रा ने कहा इस दौरान कबीरदास का एक दोहा भी सुनाया।