बिहार में NDA को बड़ी जीत, झटके 40 में से 39 सीटें
लोकसभा चुनाव परिणामों से साफ है कि बिहार में भी एनडीए के पक्ष में जबरदस्त लहर थी। विपक्ष इसे भांपने में नाकामयाब रहा। स्पष्ट तौर पर बिहार में भी इस चुनाव में राष्ट्रवाद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी...
लोकसभा चुनाव परिणामों से साफ है कि बिहार में भी एनडीए के पक्ष में जबरदस्त लहर थी। विपक्ष इसे भांपने में नाकामयाब रहा। स्पष्ट तौर पर बिहार में भी इस चुनाव में राष्ट्रवाद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों का जादू मतदाताओं के सिर चढ़कर बोला। साथ ही, एनडीए के चुनावी प्रबंधन और रणनीति का भी तड़का लगा और उसने 40 में 39 सीटें झटक लीं।
एनडीए शुरू से इस चुनाव की ठोस तैयारी करके चल रहा था। चाहे वह सीटों का चयन हो या उम्मीदवारों का बिल्कुल आसानी से और समय पर इसका बंटवारा कर लिया गया। बिहार में सीट बंटवारे से लेकर प्रत्याशियों की घोषणा और चुनाव प्रचार में जदयू की एकता सामने आयी थी।
दूसरी ओर महागठबंधन को इस चुनाव में करारी शिकस्त मिली। इसके पीछे न सिर्फ इस घटक दलों में सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन पर पर सवाल उठे, बल्कि प्रचार के दौरान भी एकजुटता की भारी कमी दिखी। तीन नए दलों- हम, वीआईपी और रालोसपा को लेकर उसने अपना कुनबा तो बढ़ा लिया, मगर इसका लाभ गठबंधन को नहीं मिला।