कर्नाटक ‘सेक्स स्कैंडल’ में बड़ा ट्विस्ट, प्रज्वल के खिलाफ जबरन दर्ज करवाई गई शिकायत? 4 और पकड़े गए
राष्ट्रीय महिला आयोग ने बृहस्पतिवार को बताया कि इसके पास पहुंची एक महिला शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे जनता दल (सेक्युलर) नेता के खिलाफ फर्जी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था।
कर्नाटक ‘सेक्स स्कैंडल’ मामले में बड़ा ट्विस्ट आया है। कर्नाटक के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) में शिकायत दर्ज कराने के लिए कोई भी पीड़िता आगे नहीं आई है। आयोग ने बृहस्पतिवार को बताया कि इसके पास पहुंची एक महिला शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे जनता दल (सेक्युलर) नेता के खिलाफ फर्जी शिकायत दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया था। आयोग ने कहा कि संबंधित अधिकारियों द्वारा समय पर कार्रवाई रिपोर्ट (एटीआर) प्रस्तुत करने से कई महत्वपूर्ण निष्कर्ष सामने आते हैं।
इसने कहा कि मामले की गहन जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) समिति का गठन किया गया है। आयोग के अनुसार एटीआर से पीड़ितों द्वारा यौन शोषण की शिकायतों के आधार पर दो मामलों के पंजीकरण का संकेत मिलता है। इसके साथ ही एक रिश्तेदार द्वारा अपहरण के लिए दायर एक अतिरिक्त शिकायत भी दर्ज की गई। इसने कहा कि इस मामले में हालांकि कोई भी पीड़िता आयोग में शिकायत दर्ज कराने के लिए आगे नहीं आई है।
आयोग ने दावा किया, ‘‘एक महिला शिकायतकर्ता तीन व्यक्तियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए आयोग में आई थी। इस महिला ने खुद को कर्नाटक पुलिस अधिकारी के रूप में कथित तौर पर पेश किया और उन पर इस मामले में झूठी शिकायत देने के लिए दबाव डाला गया।’’ आयोग ने कहा, ‘‘महिला ने बताया कि उसे कई फोन नंबरों से कॉल कर शिकायत करने की धमकी दी जा रही है। पीड़िता ने स्थिति की गंभीरता को रेखांकित करते हुए अपने परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है।’’
एक अन्य घटनाक्रम में आयोग ने कहा कि ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने वाली 700 महिलाएं एक सामाजिक कार्यकर्ता समूह से जुड़ी हैं और मामले में मुख्य शिकायतकर्ता के साथ उनका कोई प्रत्यक्ष जुड़ाव या संबंध नहीं है। आयोग ने एक पोस्ट में कहा, ‘‘एनसीडब्ल्यू बताना चाहेगा कि प्रज्वल रेवन्ना मामले में 700 महिलाओं ने एनसीडब्ल्यू को कोई शिकायत नहीं दी है। कुछ मीडिया चैनल इस संबंध में गलत खबर चला रहे हैं।’’
पुलिस ने घर में काम करने वाली एक महिला की शिकायत के आधार पर प्रज्वल रेवन्ना और उनके पिता जद (एस) विधायक एवं पूर्व मंत्री एचडी रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी देने का मामला दर्ज किया था। प्रज्वल (33) हासन लोकसभा सीट से भाजपा-जद(एस) गठबंधन के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर 26 अप्रैल को मतदान हुआ था।
4 और पकड़े गए
हासन सीट से जनता दल (सेक्युलर) के सांसद प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ कथित यौन शोषण के मामलों की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने एक महिला के अपहरण के मामले में चार और लोगों को हिरासत में लिया है। एसआईटी के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एसआईटी ने प्रज्वल के पिता और होलेनरसीपुरा के विधायक एच डी रेवन्ना को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है, जो परप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। एच डी रेवन्ना (66) पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा के बेटे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मामले में रेवन्ना की भूमिका का पता लगाने के लिए चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। ये चारों मैसूरु के कृष्णराजनगर के रहने वाले हैं। रेवन्ना के सहयोगी सतीश बबन्ना को भी गिरफ्तार किया गया और वह पुलिस हिरासत में है। कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने बुधवार को कहा था कि एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन जांच प्रक्रियाओं का हवाला देते हुए उसकी पहचान बताने से इनकार कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक महिला का कथित तौर पर अपहरण करने और उसे बंधक बनाकर रखने के आरोप में रेवन्ना और बबन्ना को गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों ने बताया कि महिला को मुक्त करा लिया गया है। पुलिस ने पीड़ित महिला के 20 वर्षीय बेटे की शिकायत पर कार्रवाई की, जिसने प्रज्वल पर कथित तौर पर बलात्कार और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। प्रज्वल द्वारा महिलाओं के यौन शोषण वाले कई वीडियो हाल में सामने आए थे।