इस हाउस को मिस करूंगा, अब मुझ पर है बड़ी जिम्मेदारी; लोकसभा से इस्तीफा दे बोले भगवंत मान
पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री और संगरूर के सांसद भगवंत मान ने स्पीकर ओम बिरला को अपना इस्तीफा देने से पहले सोमवार को आखिरी बार लोकसभा में हिस्सा लिया। लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद मान ने कहा कि...
पंजाब के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री और संगरूर के सांसद भगवंत मान ने स्पीकर ओम बिरला को अपना इस्तीफा देने से पहले सोमवार को आखिरी बार लोकसभा में हिस्सा लिया। लोकसभा से इस्तीफा देने के बाद मान ने कहा कि वह सदन को मिस करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के लोगों ने उन पर पूरे राज्य की सेवा करने के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी दी है।
पंजाब के लिए रवाना होने से पहले पत्रकारों से बात करते हुए मान ने कहा, मैं इस सदन को याद करूंगा। पंजाब के लोगों ने मुझे पूरे राज्य की सेवा करने के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं यहां के लोगों से वादा करता हूं। संगरूर से सांसद रहे मान ने कहा कि आप की एक और आवाज जल्द ही लोकसभा में गूंजेगी।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने पंजाब जैसे संवेदनशील सीमावर्ती राज्य में शासन करने के सवाल पर कहा है 'मैं सात साल से सांसद हूं। हमें प्रशासन चलाने का अनुभव है। हम दिल्ली में तीसरी बार सरकार चला रहे हैं। हम नए नहीं हैं। हम जानते हैं कि सरकारें कैसे चलाई जाती हैं।'
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव में कई युवान चुनकर आए हैं और स्टार चेहरे हार गए। लीक से हटर नए विचार आएंगे और फिर पंजाब फिर से पंजाब बन जाएगा। यह पूछे जाने पर कि क्या वह दिल्ली से दिशा-निर्देश लेंगे, मान ने कहा, 'दिल्ली से दिशा-निर्देश लेंगे, दिल्ली भी पंजाब से दिशा-निर्देश लेगी। हम मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल से अच्छी चीजें सीखेंगे। भगत सिंह पंजाब से थे, चंद्रशेखर आजाद, अशफाकउल्ला खान यूपी से थे, सुभाष चंद्र बोस बंगाल से थे। उनका उद्देश्य देश को मजबूत करना था। यही हमारा उद्देश्य भी है।'