अटल बिहारी वाजपेयी ने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में दिया था भाषण, बढ़ाया था देश का मान
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स अस्पताल में 93 साल की उम्र में निधन हो गया। वर्ष 1977 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधि बनकर तत्कालीन...
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स अस्पताल में 93 साल की उम्र में निधन हो गया। वर्ष 1977 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के वार्षिक सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधि बनकर तत्कालीन विदेश मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी शिरकत करने गए थे। वैसे तो हर साल संयुक्त राष्ट्र का सम्मेलन होता है, लेकिन वाजापेयी ने हिंदी में भाषण देकर इसे खास बना दिया। यह पहली बार था, जब इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर किसी ने हिंदी में अपनी बात रखी थी और सदस्य देशों के लिए हिंदी से अन्य भाषाओं में अनुवाद की व्यवस्था की गई थी।
जिंदादिली ऐसी की अस्पताल में भी सजा ली महफिल
वाजपेयी पर लिखी किताब 'हार नहीं मानूंगा' में घटना का उल्लेख है, जिसके मुताबिक वाजपेयी मुश्किलों में भी खुशमिजाज रहने वाले शख्स थे। इसके अनुसार आपातकाल लगते ही जुलाई में तमाम जनसंघ के नेताओं को गिरफ्तार कर बेंगलुरु की जेल में डाल दिया गया। बाद में तबीयत खराब होने पर वाजपेयी को 17 जुलाई को दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हीं की बगल के कमरे में तत्कालीन जेएनयू छात्रसंघ नेता डीपी त्रिपाठी भर्ती थे। दोनों नेताओं ने अस्पताल में ही पार्टी की और विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।