Arunachal Election Result: अरुणाचल में दल बदलुओं का धमाल, BJP में शामिल होने वाले 11 MLA जीते
अरुणाचल प्रदेश में दूसरी पार्टियों से चुनाव से पहले बीजेपी में आने वाले 11 विधायकों को भी बड़ी जीत मिली है। इसमें कांग्रेस, जेडीयू, पीपीपी से आने वाले विधायक शामिल हैं।
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को प्रचंड जीत मिली है। भारतीय जनता पार्टी ने 60 सीटों वाली विधानसभा में 46 पर जीत हासिल की है। बीजेपी के 10 प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध जीत चुके थे। यहां कांग्रेस को सिर्फ एक सीट मिली है। गौर करने वाली बात यह है कि चुनाव से पहले दूसरी पार्टियों से भाजपा में आए 11 विधायकों को भी बड़ी जीत हासिल हुई है। ये सभी 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस या दूसरे दलों के टिकट पर जीते थे लेकिन चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी ने उन्हें विधानसभा का टिकट भी दे दिया।
विपक्षी दलों का कहना है कि बीजेपी की तरफ से धमकी मिलने के बाद कई विधायक भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे। वहीं अरुणाचल प्रदेश में बीजेपी इनचार्ज अशोक सिंघळ ने कहा कि सभी विधायक अपनी इच्छा से भाजपा में आए थे। पूर्व केंद्रीय मंत्री निनोंग एरिंग (पासीघाट वेस्ट) और वांगलिन लोवांगदोंग भी पिछले चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। हालांकि इस बार उन्हें भाजपा के टिकट पर बड़ी जीत मिली है।
कांग्रेस के पूर्व विधायक लोंबो तायेंग को हार का सामना करना पड़ा है। बीजेपी में आने के बाद भी वह अपनी सीट मेबो से हार गए। यहीं पीपीए के ओकेन तायेंग की जीत हुई है। हायेंग मांगफी 2020 में जेडीयू से बीजेपी में आ गए थे। वह अपने साथ पांच जेडीयू के विधायक लेकर आए थे। उनमें से एक विधायक को निर्विरोध जीत मिल गई। 2019 में जेडीयू को सात सीटें मिली थीं। इटानगर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले जेडीयू से आए तेची कासो को भी इस बार निर्विरोध जीत हासिल हो गई।
पीपीपी से बीजेपी में आने वाले मुत्चू मिठी रोइंग सीट से निर्विरोध जीत गए। इसके अलावा बीजेपी से टिकट ना मिलने पर दोबारा एनपीपी का रुख करने वाले गोकर बासर को हार नसीब हुई। बीजेपी के न्याबी जिनी दिर्ची ने बासर सीट से उन्हें हरा दिया। पीपीए से बीजेपी में शामिल होने वाले कार्दो निग्योर लििकाबाल सीट से जीत गए। पिछली बार निर्दलीय विधयाक बने चाकत अबोह को भी इस बार बीजेपी से टिकट मिला था। खोन्सा वेस्ट सीट पर उनकी धमाकेदार जीत हुई।