आप क्यों उड़ता तीर ले रहे; लोकसभा में TMC और राहुल गांधी पर खूब भड़के अनुराग ठाकुर
लोकसभा में सोमवार को आपातकाल, नीट परीक्षा समेत कई मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने टीएमसी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को निशाने पर लिया और तीखे तंज कसे।
लोकसभा में सोमवार को आपातकाल, नीट परीक्षा समेत कई मुद्दों पर तीखी बहस देखने को मिली। इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने टीएमसी और राहुल गांधी को निशाने पर लिया। वह संसद में आपातकाल का जिक्र कर रहे थे तो टीएमसी के सांसद हल्ला मचाने लगे। इस पर अनुराग ठाकुर ने तीखा तंज कसते हुए कहा, 'आपातकाल तो कांग्रेस ने लगाया था। आपको क्यों दर्द हो रहा है। आखिर आप क्यों उड़ता तीर ले रहे हैं।' इसके अलावा अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी पर भी नेता विपक्ष बनने को लेकर तंज कसा और कहा कि उन्हें इस पद की जिम्मेदारी भी समझनी चाहिए। वह तो अब भी सदन में नहीं हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा, ' अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह अच्छी बात है कि राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने हैं। यह इसलिए भी अहम है क्योंकि वह बीते दो दशकों से बिना जिम्मेदारी के पावर का मजा ले रहे थे। अब उन्हें जिम्मेदारी भी लेनी पड़ेगी। यह उनके लिए परीक्षा है। क्या वह विपक्ष को एकजुट रख पाएंगे। पिछले सेशन में उनकी 50 पर्सेंट से भी कम हाजिरी थी। अरे, वह तो आज भी नहीं है।' उन्होंने कहा कि अब देखते हैं कि राहुल गांधी सदन में कितना रहते हैं। क्या उन्हें पता है कि सवाल पूछने के लिए सदन में दिन-दिन भर रहना होता है, जैसे प्रधानमंत्री उपलब्ध रहते हैं।
'संसद में सवाल पूछने के लिए हाजिरी भी चाहिए, क्या राहुल रहेंगे'
भाजपा सांसद ने अपने भाषण में मोदी सरकार के कामकाज का भी जिक्र किया। इसके अलावा विपक्ष की संविधान वाली डिबेट का भी जवाब दिया। अनुराग ठाकुर ने कहा, 'आप देखिए कि 2014 में जब पीएम नरेंद्र मोदी सांसद बने और पहली बार संसद आए तो सीढ़ियों पर सिर झुकाया। उन्होंने इस महान लोकतंत्र को नमन किया, तब अंदर आए। उसके बाद उन्होंने बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान पर शीश झुकाया और सबका साथ, सबका विकास पर फोकस किया।'
'मोदी सरकार ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला'
अनुराग ठाकुर ने कहा, 'पीएम मोदी की सरकार ने 25 करोड़ गरीबों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला। उन्होंने इन लोगों को बहुआयामी गरीबी की अवस्था से बाहर निकाला। भारत ने 100 सालों की सबसे बड़ी त्रासदी झेला। प्रधानमंत्री ने इस दौरान दवा के साथ ही लोगों के पोषण पर भी ध्यान दिया और 80 करोड़ लोगों के लिए राशन योजना चालू की। इसके अलावा हमने दवा भी तैयार की और उसे एक्सपोर्ट किया। '