जनसंपर्क के दौरान कैंडिडेट साथ रखें संविधान की प्रति, बीच चुनाव राहुल गांधी का नया दांव क्यों?
Lok Sabha Election: राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं और उम्मीदवारों से यह भी कहा किगांव-गांव, गली-गली यह ऐलान कर दो कि जब तक कांग्रेस है भाजपा क्या, दुनिया की कोई ताकत भारत से उसका संविधान छीन नहीं सकती
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव लड़ रहे पार्टी उम्मीदवारों से मंगलवार को आह्वान किया कि वे नामांकन दाखिल करते समय, सभाओं और जनसंपर्क के दौरान अपने पास संविधान की प्रति रखें और लोगों को यह बताएं कि जब तक उनकी पार्टी है तब तक कोई संविधान छीन नहीं सकता।
राहुल गांधी लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अपने साथ संविधान की प्रति लेकर चल रहे हैं और चुनावी सभाओं के दौरान लोगों को यह प्रति दिखाते भी हैं। उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "गरीबों के लिए वरदान, वंचितों का सम्मान और हर नागरिक का अभिमान - हमारा संविधान। कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों और नेताओं से मेरा निवेदन है कि वह नामांकन, सभाओं, भाषणों और जनसंपर्क के दौरान पवित्र संविधान को अपने साथ ज़रूर रखें।"
राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं और उम्मीदवारों से यह भी कहा, "गांव-गांव, गली-गली यह ऐलान कर दो कि जब तक कांग्रेस है भाजपा क्या, दुनिया की कोई ताकत भारत से उसका संविधान छीन नहीं सकती।" वह और कांग्रेस निरंतर यह आरोप लगा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान बदलना और आरक्षण खत्म करना चाहते हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही एससी,एसटी और ओबीसी मतदाताओं को लुभाने की कोशिश कर रही है। भाजपा के कथित संविधान बदलने को कांग्रेस ने अपना चुनावी हथियार बना लिया है और इसी क्रम में कांग्रेस ने अब संविधान को अपना चुनावी साथी बना लिया है। कांग्रेस चुनावी सभाओं में संविधान दिखाकर दलित और पिछड़ी जाति के लोगों का भरोसा हासिल करना चाहती है कि उसके शासनकाल में ही संविधान सुरक्षित है। कांग्रेस जाति जनगणना का वादा कर पहले ही बहुजनों के पाले में एक गोल कर चुकी है। अब संविधान की प्रति दिखाकर उन्हें लामबंद कर रखना चाहती है।