अलीगढ़ मामला: तड़पा-तड़पा कर मासूम को दरिंदों ने मारा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा
किसी मासूम के साथ कोई इतनी हैवानियत कैसे कर सकता है। टप्पल में मारी गई ढाई साल की बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद रोंगटें खड़े हो जाते हैं। मन कांप जाता है, दिल दहल जाता और दिमाग सुन्न हो...
किसी मासूम के साथ कोई इतनी हैवानियत कैसे कर सकता है। टप्पल में मारी गई ढाई साल की बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने के बाद रोंगटें खड़े हो जाते हैं। मन कांप जाता है, दिल दहल जाता और दिमाग सुन्न हो जाता है। दरिंदगी की इंतहा हो गई। बच्ची की किडनी तक दरिंदों ने निकाल ली। एक हाथ भी शरीर से अलग कर दिया। मासूम को दरिंदों ने इस कदर मारा कि उसकी नेजल ब्रिज (नाक व माथे को जोड़ने वाली हड्डी) और एक पैर में फ्रेक्चर तक हो गया। जिसके चलते बच्ची की मौत शॉक (सदमा) की वजह से होना पीएम रिपोर्ट में आया है।
अलीगढ़ के टप्पल थाना क्षेत्र के मोहल्ला कानून गोयान निवासी ढाई साल की मासूम 30 मई को लापता हो गई थी। दो जून की सुबह शव घर के पास ही कूड़े के ढेर पर मिला था। शव का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों के पैनल द्वारा किया गया था। डॉ. नवीन कुमार, डॉ. केके शर्मा और डॉ. उज्मा शामिल थीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार मरने के बाद शरीर में जो बदलाव होते हैं। उसके बारे में एंटीमार्टम इंजरी (एएमआई) में डॉक्टरों ने विस्तार से लिखा है।
रिपोर्ट में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि बच्ची की किडनी व यूरिनली ब्लेडर नहीं पाया गया। बच्ची का सीधा हाथ धड़ से अलग था। जिसकी वजह से उस जगह पर कीड़े पड़ चुके थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने हत्या तीन से चार दिन पूर्व होने की आशंका जताई है। यानि बच्ची की हत्या 30 मई को लापता होने के बाद ही कर दी गई थी। इस वजह से शव सड़ चुका था। जगह-जगह कीड़े पड़ चुके थे।
दूसरी सबसे बड़ी बात रिपोर्ट में यह है कि मासूम की मौत शॉक यानि सदमे की वजह से हुई है। रिपोर्ट में मौत का कारण डॉक्टरों ने शॉक ड्यू टू एंटी मार्टम इंजरी लिखा है। मेडीकल एक्सपर्ट के मुताबिक ऐसी स्थिति जब होती है जब किसी को कोई सदमा बैठता है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मुख्य बातें:
-शव में नाक-मुंह, वैजानिया, छाती के पीछे लेफ्ट साइड में कीड़े पड़ चुके थे।
-शरीर पर जगह-जगह से खाल छूटी हुई थी।
-सर के बाल व नाखून आसानी से निकल रहे थे।
-नेजल ब्रिज टूटा हुआ था।
-बायें घुटने के पांच सेंटीमीटर नीचे फ्रेक्चर था।
-दोनों आंखें बंद थीं।
-पेट पर काले-सफेद धब्बे पड़े हुए थे।
-सीधा हाथ खींचकर शरीर से अलग मिला।
जिसकी वजह से उस जगह पर इतने कीड़े पड़ चुके थे कि हड्डी तक नजर आ रही थी।
-लेफ्ट साइड-छाती के नीचे पसलियां दिख रहीं थीं।
एक्सपर्ट डॉक्टरों के पैनल ने मासूम बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया है। रेप की पुष्टि नहीं हुई है। क्योंकि शव इतनी बुरी तरह से सड़ चुका था। जिसके चलते स्लाइड बनाकर प्रयोगशाला भेज दी गई है। बच्ची के पैर, नेजल ब्रिज में फ्रेक्चर मारने-पीटने की वजह से हुआ है।
-डॉ. एमएल अग्रवाल, सीएमओ।