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अलकायदा और ISIS भारत के लिए बन रहे बड़ा खतरा, कट्टरपंथ की आग सुलगाकर बनाई गई आतंकी हमलों की योजना

अलकायदा और आईएसआईएस प्रेरित आतंकी संगठन भारत के लिए बड़ा खतरा बन रहे हैं। शनिवार को नौ अलकायदा आतंकियो के पकड़े जाने के बाद एनआईए इनकी देश के अलग-अलग हिस्सों में जड़ तलाशने में जुट गई है। माना जा रहा...

Himanshu Jha पंकज कुमार पाण्डेय, हिन्दुस्तान, नई दिल्ली।Sun, 20 Sep 2020 05:58 AM
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अलकायदा और आईएसआईएस प्रेरित आतंकी संगठन भारत के लिए बड़ा खतरा बन रहे हैं। शनिवार को नौ अलकायदा आतंकियो के पकड़े जाने के बाद एनआईए इनकी देश के अलग-अलग हिस्सों में जड़ तलाशने में जुट गई है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की आईएसआई अलकायदा भारतीय उपमहाद्वीप-एक्यूआईएस को फंडिंग कर रही है। बांग्लादेश के जरिये बंगाल में घुसपैठ कराई जा रही है। केरल से दुबई, सीरिया कनेक्शन भी एजेंसिया खंगाल रही हैं।

कट्टरपंथ की आग सुलगाकर अलकायदा और आईएस गठजोड़ से भारत के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी हमलों की योजना बनाई गई है। एजेंसियों का मानना है कि अब तक जितने भी मामले पकड़ में आए हैं उनमें एक बात साझा है कि सोशल मीडिया के जरिये कट्टरपंथ का जहर फैलाकर युवाओं को अलकायदा और आईएस प्रेरित संगठनों से जोड़ा जा रहा है। सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि अलकायदा और आईएस नेटवर्क कई राज्यों में फैला हुआ है।

कई राज्यों मे स्लीपर सेल
पश्चिम बंगाल, केरल और कश्मीर में इनके सबसे ज्यादा स्लीपर सेल हैं। यूपी, बिहार और हरियाणा में भी इनके नेटवर्क की सूचना एजेंसियो के पास है। आंध्र प्रदेश, केरल, कर्नाटक,तेलंगाना,महाराष्ट्र,तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल,राजस्थान, बिहार,यूपी, मध्यप्रदेश, जम्मू कश्मीर के अलावा हरियाणा के मेवात इलाके में स्लीपर सेल मौजूद हैं। कहीं पर अलकायदा है तो कहीं आईएस प्रेरित आतंकी संगठन की मौजूदगी है। एजेंसियो के मुताबिक इनकी जड़ में उग्र कट्टरपंथ है।

यूएन की रिपोर्ट में किया गया था आगाह
आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र ने दो महीने पहले एक रिपोर्ट जारी की थी। इसमें आगाह किया गया था कि केरल और कर्नाटक में बड़ी संख्या में आईएस आतंकी हो सकते हैं। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस) आतंकवादी संगठन हमले की साजिश रच रहा है। एक्यूआईएस का मौजूदा सरगना ओसामा महमूद है, जिसने मारे गए आसिम उमर की जगह ली है। वह उमर की मौत का बदला लेने के लिए क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई की साजिश रच रहा है।

भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के 200 आतंकी
रिपोर्ट में बताया गया था कि भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा के 180 से 200 आतंकी हैं। ये भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और म्यांमार से हैं। भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा आईएस का सहयोगी है।

आईएस का भारत में नया प्रांत बनाने का दावा
आईएस ने 10 मई 2019 को अपनी न्यूज एजेंसी अमाक के हवाले से दावा किया था कि वह भारत में एक नया प्रांत ‘विलायाह ऑफ हिंद’ स्थापित करने में कामयाब हो गया है। यह दावा कश्मीर में एक एनकाउंटर के बाद किया गया था। इस मुठभेड़ में सोफी नाम का आतंकी मारा गया था। जिसका संबंध इसी संगठन से था। वह करीब 10 साल से भी अधिक समय से कश्मीर में कई आतंकी संगठनों के साथ काम कर रहा था। बाद में वह आईएस में शामिल हो गया था।

यमन के संगठन अंसारुल्लाह से प्रेरित संगठन के भी स्लीपर सेल
भारत में यमन का आतंकी संगठन अंसारूल्लाह भी एजेंसियो की हिट लिस्ट में शामिल है। ये यमन के हूती विद्रोहियों का उग्र संगठन है जिसका शुरुआती एजेंडा तो सउदी अरब और अमेरिका में आतंकी हमले कर अशांति फैलाने का था, लेकिन अब इस संगठन ने भारत में भी कोहराम मचाने की कोशिश करनी शुरू कर दी है। अंसारूल्लाह ने दक्षिणी भारत में जड़ जमाने की कोशिश की है। ये ज्यादातर स्लीपर सेल की सूरत में रहते हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से इस्लामिक कट्टरपंथी और हिंसात्मक विचारों वाली सामाग्रियों का वीडियो दिखाकर गलत जिहादी मानसिकता को बढ़ावा देते हैं। एनआईए सूत्रों के अब तक के रिकॉर्ड्स के मुताबिक कॉलेज के छात्र ज्यादातर इसके चपेट में आते जा रहे हैं।
लगातार देशव्यापी कार्रवाई:

एनआईए ने अलकायदा, आईएएस और अन्य कट्टरपंथी आतंकी संगठनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की है। आईएस के 122 लोगों के अलावा बड़ी संख्या में अन्य संगठनों से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी हुई है। सोशल मीडिया निगरानी के जरिये कट्टरपंथी आतंकी पकड़ में आ रहे हैं।

एक्यूआईएस का गढ़ बन रहा: सुरक्षा विशेषज्ञ
सुरक्षा मामलो के विशेषज्ञ विवेकानंद फाउंडेशन के सीनियर फेलो पीके मिश्रा ने कहा कि बंगाल में मुर्शिदाबाद एक्यूआईएस का गढ़ बन चुका है। नदिया और नार्थ 24 परगना में भी यही हालत है। यहां इनके स्लीपर सेल बहुत हैं। पश्चिम बंगाल, केरल और कश्मीर के स्लीपर सेल के बीच जबरदस्त नेटवर्क है। आईएसआई अलकायदा और आईएएस की भारतीय उपमहाद्वीप में मौजूदगी को भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वार में इस्तेमाल करना चाहती है। यूपी में कई जगहों पर इनका कनेक्शन है। अलकायदा कश्मीर के आतंकियो की मदद करना चाहता है।

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