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32 किमी घट जाएगी दूरी, ढाई घंटे का सफर महज एक घंटे में; किन शहरों से गुजरेगा आगरा-ग्वालियर कॉरिडोर

सिंधिया ने कहा कि आगरा और ग्वालियर के बीच अब नए विकास की कहानी 6 लेन नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर से शुरू होगी। इसके लिए इस कॉरिडोर से अब आगरा-ग्वालियर की दूरी मात्र 88 किलोमीटर रह जाएगी।

Niteesh Kumar एजेंसी, नई दिल्लीSat, 3 Aug 2024 09:06 PM
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केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हाई स्पीड आगरा-ग्वालियर कॉरिडोर अब विकास की नई गाथा लिखेगा। इस 6 लेन नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर से अब आगरा-ग्वालियर की दूरी मात्र 88 किलोमीटर रह जाएगी। सितंबर में इसके टेंडर के साथ ही कार्य की शुरूआत हो जाएगी। आगरा-ग्वालियर कॉरिडोर के आसपास नए उद्योग क्षेत्रों के साथ ही विकास का नया अध्याय शुरू होगा। इस कॉरिडोर को आगरा के पहले यमुना एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा, ताकि ग्वालियर और दिल्ली मात्र पौने तीन घंटे में पहुंचा जा सके। इससे ग्वालियर को राष्ट्रीय राजधानी परियोजना क्षेत्र का लाभ मिल सकेगा। 

रिपोर्ट के मुताबिक, इसके बनने के बाद आगरा से ग्‍वालियर की दूरी 121 किलोमीटर से घटकर करीब 88 किमी हो जाएगी। आगरा-ग्‍वालियर हाईवे से होकर फिलहाल दोनों शहरों की यात्रा में ढाई घंटे लगते हैं। मगर, आगरा-ग्‍वालियर हाई स्‍पीड रोड कॉरिडोर से यह सफर केवल एक घंटे में पूरा हो जाएगा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर मेरा सपना था। कार से आगरा जाने में 3 घंटे का समय लग रहा था और पुराने नेशनल हाईवे पर वाहनों व भारी वाहनों का सर्वाधिक भार था। उन्होंने बताया कि इस कॉरिडोर का 4613 करोड़ रुपये की लागत आएगी। 88 किलोमीटर लंबे इस 6 लेन कॉरिडोर में 8 ब्रिज और 6 फ्लाईओवर बनाए जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि इसे ढाई वर्ष में ही पूरा कर यातायात शुरू कर दें। ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनने पर ग्वालियर, मुरैना, धौलपुर और आगरा के अंदरुनी क्षेत्रों में विकास के नए रास्ते खुलेंगे। रायरू-झांसी बायपास से शनिदेव मंदिर रोड और उसके आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों को इस कॉरिडोर का बड़ा फायदा मिलेगा। जहां पिपरसेवा इंड्रस्टीज एरिया शुरू हुआ है जिनमें लगने वाले उद्योगों को आगरा रूट की बेहतर कनेक्टिविटी नजदीक से मिलेगी। हाउसिंग और कमर्शियल के साथ इंडस्ट्रीज प्रोजेक्ट इस क्षेत्र की तरफ बढ़ेंगे। 

असंभव को संभव करते हुए ग्वालियर को मिली सौगात 
6 लेन हाइवे की प्लानिंग के साथ ही इस क्षेत्र में जमीनों की मांग और भाव दोनों ही लगातार बढ़ रहे हैं। वहीं मुरैना का काफी बड़ा हिस्सा सीधे तौर पर आगरा रूट से जुड़ जाएगा। अभी लोगों को कई किमी का सफर कर आगरा-दिल्ली रूट पकड़ना होता है। सिंधिया ने बताया कि मेरा सपना था कि ग्वालियर को एक एक्सप्रेसवे देना चाहिए। मैंने नितिन गडकरी को इसके लिए अनुरोध किया और उन्होंने असंभव को संभव करते हुए ग्वालियर वासियों को यह सौगात दी है। यह 6 लेन आगरा में एनएच19 से जुड़ेगा, ग्वालियर में पोरबंदर - ग्वालियर - सिल्चर ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर (एनएच 27) से जुड़ेगा। मुख्य पर्यटन स्थल जैसे ग्वालियर किला, आगरा किला और ताजमहल (आगरा) से आवाजाही बढ़ेगी।

 500 रुपये करोड़ में बना ग्वालियर एयरपोर्ट
केंद्रीय मंत्री ने शहर में चल रही विकास परियोजनाओं के बारे में बात करते हुए बताया कि भाजपा सरकार ने 500 रुपये करोड़ का ग्वालियर हवाईअड्डा बनाया है। 500 करोड़ रुपये का रेलवे स्टेशन तैयार हो रहा है। 1600 करोड़ रुपये की लागत से एलिवेटेड रोड का निर्माण हो रहा है। इसी के साथ हम मोरार नदी को स्वच्छ बना रहे है। चंबल से पानी लाने की योजना पर भी काम शुरू हो गया है। कुल करीब 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं से हम ग्वालियर को एकबार फिर सशक्त बनाएंगे। इसके साथ ही 11 हजार करोड़ का अटल एक्सप्रेस वे बन रहा है। यानी 21 हजार करोड़ जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि यही समय है, सही समय है तो ग्वालियर अब दिल्ली का सब्स्टियूट शहर के रूप में बनने को तैयार हो रहा है। 

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