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भारत-पाक तनाव के बीच सिद्धिविनायक मंदिर का बड़ा फैसला, नारियल और माला पर रोक

भारत और पाकिस्तान से तनाव के बीच मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर में माला, प्रसाद और नारियल पर रोक लगा दी गई है। पुलिस के निर्देश और सुरक्षा कारणों के चलते यह फैसला किया गया है।

Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तानSat, 10 May 2025 08:20 AM
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भारत-पाक तनाव के बीच सिद्धिविनायक मंदिर का बड़ा फैसला, नारियल और माला पर रोक

भारत और पाकिस्तान में तनाव और आतंकी हमलों की आशंका को देखते हुए मुंबई के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर में नारियल, फूलों के हार और बाहर से प्रसाद लेकर आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मंदिर प्रशासन का कहना है कि रविवार को इस फैसले का औपचारिक ऐलान किया जाएगा। रविवार से ही इसे लागू भी कर दिया जाएगा। मुंबई पुलिस की एडवाइजरी को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने यह फैसलालिया है।

प्रशासन का कहना है कि नारियल या फिर प्रसाद में विस्फोटक भी हो सकता है। मंदिर के ट्रस्टी भास्कर शेट्टी ने का, पुलिस ने हमें निर्देश दिए थे कि सुरक्षा को देखते हुए नारियल और अन्य प्रसाद पर रोक लगानी पड़ेगी। श्री सिद्धिविनायक गणपति मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सदा स्वर्णकार ने कहा कि मंदिर में हर रोज़ हज़ारों लोग आते हैं और यह आतंकवादियों की ‘हिट लिस्ट’ में है। हाल में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ट्रस्ट के साथ बैठक की।

उन्होंने कहा, "हमें सरकार और पुलिस ने कई सलाह दी हैं। सुरक्षा उपायों के बारे में उन्होंने कहा कि भगवान गणेश को चढ़ाए जाने वाले नारियल सुरक्षा जांच के दौरान पहचान में नहीं आते और इससे खतरा हो सकता है। प्रसाद में जहर हो सकता है। इससे बचने के लिए हम कुछ वक्त तक भगवान को माला और नारियल चढ़ाने की अनुमति नहीं देंगे।"

स्वर्णकार ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता को देखते हुए यह उपाय अस्थायी है। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट ने मंदिर के बाहर फूल विक्रेताओं से बात की, जिन्होंने 11 मई से यह पहल शुरू करने का अनुरोध किया ताकि वे अपना मौजूदा स्टॉक खत्म कर सकें।

शिवसेना के पूर्व विधायक ने यह भी कहा कि मंदिर ट्रस्ट यह भी देखने का प्रयास कर रहा है कि क्या वह भक्तों के लिए फूल और दूर्वा घास उपलब्ध करा सकता है ताकि वे इसे भगवान को अर्पित कर सकें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बढ़ाने के लिए ट्रस्ट सशस्त्र बलों से सेवानिवृत्त 20 जवानों की भी भर्ती करेगा और वे हथियारबंद होंगे। सर्वणकर ने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा पुलिस और मंदिर ट्रस्ट की जिम्मेदारी है।े

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