वेश्याओं से संबंध बनाने वाला चलाएगा अमेरिका, डोनाल्ड ट्रंप की जीत पर भड़के मणिशंकर अय्यर
- डेमोक्रेट प्रत्याशी को लेकर मणिशंकर अय्यर ने कहा, 'कमला हैरिस की जहां तक बात है, तो उन्हें बहुत कम समय दिया गया था। वह बाद में आईं थीं। वह बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही थीं, लेकिन अमेरिकी समाज की गहरी खामियां उनके खिलाफ एकजुट हो गईं और वह इस रेस में हार गईं।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के चुनाव जीतने पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर निराशा जाहिर कर रहे हैं। उन्होंने ट्रंप को संदिग्ध चरित्र वाला व्यक्ति करार दिया है। साथ ही कहा है कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि पर भी असर पड़ेगा। उन्होंने डेमोक्रेट नेता कमला हैरिस को कम समय दिए जाने की बात कही है। ट्रंप ने 295 इलेक्टोरल वोट हासिल किए।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अय्यर ने कहा कि ट्रंप को नहीं जीतना चाहिए था। उन्होंने कहा, 'मुझे बहुत दुख है कि डोनाल्ड ट्रंप जैसे संदिग्ध चरित्र वाले व्यक्ति को दुनिया के सबसे ताकतवर लोकतंत्र का राष्ट्रपति नहीं चुना जाना चाहिए था। मैं यह भी मानता हूं कि पीएम मोदी और ट्रंप का व्यक्तिगत स्तर पर खास तालमेल है। मुझे लगता है कि यह पीएम मोदी और उनकी प्राथमिकताओं को बुरा दर्शाता है।'
डेमोक्रेट प्रत्याशी को लेकर उन्होंने कहा, 'कमला हैरिस की जहां तक बात है, तो उन्हें बहुत कम समय दिया गया था। वह बाद में आईं थीं। वह बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही थीं, लेकिन अमेरिकी समाज की गहरी खामियां उनके खिलाफ एकजुट हो गईं और वह इस रेस में हार गईं। यहां नैतिक आयाम गायब था।' हैरिस को 226 इलेक्टोरल वोट मिले।
अय्यर ने कहा, 'यह बहुत दुखद है कि इतने ताकतवर देश की अगुवाई ऐसा व्यक्ति करेगा, जो 34 अलग-अलग मामलों में दोषी ठहराया गया है और जिसने वेश्याओं से संबंध बनाकर और अपने पापों के छिपाने के लिए रुपये देकर बदनामी कराई। मुझे नहीं लगता कि ऐसे चरित्र का व्यक्ति अपने देश या दुनिया के लिए अच्छा है।'
क्या बोले जानकार
पीटीआई भाषा के अनुसार, अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों ने कहा कि ट्रंप प्रशासन के तहत भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे, लेकिन आयात होने वाली वस्तुओं पर शुल्क लगाने जैसे कुछ मुद्दों पर असहजता की स्थिति हो सकती है।
विशेषज्ञों ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच कठिन मुद्दों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लिए जाने की संभावना है क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ट्रंप के बीच बहुत अच्छी दोस्ती है।
ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार अभियान में विदेशी वस्तुओं, खासकर से चीन से आयात होने वाली वस्तुओं पर अधिक ‘शुल्क’ लगाने का प्रस्ताव रखा था तथा अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अन्य देशों के लोगों को वापस उनके देश भेजने के लिए एक अभियान शुरू करने का वादा किया था।
यह स्पष्ट होने के कुछ ही समय बाद कि ट्रंप अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे तो वरिष्ठ नेता एवं संचार मामलों के रणनीतिकार अनंग मित्तल ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी के प्रमुख नेताओं का मानना है कि 21 सदी को आकार देने में भारत-अमेरिका संबंधों की ‘महत्वपूर्ण’ भूमिका होगी।