Hindi Newsदेश न्यूज़Salves big claim regarding Paris Olympics, Vinesh did not want us to appeal against the decision

हरीश साल्वे का बड़ा दावा, विनेश फोगाट चाहती ही नहीं थीं कि हम फैसले के खिलाफ अपील करें

  • वकील हरीश साल्वे ने विनेश फोगाट को लेकर दावा किया है कि वह ओलंपिक में खुद को अयोग्य करने के फैसले के खिलाफ अपील करना ही नहीं चाहती थीं।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानSat, 14 Sep 2024 03:32 PM
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वकील हरीश साल्वे ने पेरिस ओलंपिक को लेकर दावा किया है कि विनेश फोगाट चाहती ही नहीं थीं कि खेल पंचाट में उनके खिलाफ लिए गए फैसले को हम चुनौती दें। दरअसल, पेरिस ओलंपिक में  पहलवान विनेश फोगाट को 7 अगस्त को पेरिस ओलंपकि में महिलाओं के 50 किग्रा फ्रीस्टाइल फाइनल के ठीक पहले 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के चलते अयोग्य घोषित कर दिया था, जिसके कारण पहलवान विनेश फोगाट फाइनल से बाहर हो गई थीं। ओलंपिक के इतिहास में यह पहली बार था, जब भारत की कोई महिला पहलवान ओलंपिक के फाइनल में पहुंची हो।

हरीश साल्वे का यह बयान विनेश के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जब ओलंपिक संघ ने उनको फाइनल के ठीक पहले अयोग्य घोषित किया तो उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ की तरफ से कोई समर्थन नहीं मिला। विनेश ने कहा था कि हमारे जो वकील थे वह उस फैसले को लेकर पहले से ही उदार दिख रहे थे। इन सभी कारणों से ही उन्हें ओलंपिक में भारत का महिला पहलवानी का पहला गोल्ड या रजत पदक नहीं मिल सका। हालांकि, भारतीय ओलंपिक संघ और विनेश फोगाट की तरफ से इस फैसले के खिलाफ अपील की गई थी, जिसमें हरीश साल्वे ने ही वकील के रूप में उनका प्रतिनिधित्व किया था, लेकिन उनकी याचिका को खारिज कर दिया गया और विनेश को बिना पदक के ही वापस लौटना पड़ा ।

इस फैसले के खिलाफ स्विस अदालत जाने के लिए भी तैयार नहीं हुई विनेश

टाइम्स नाउ को दिए अपने एक इंटरव्यू में हरीश साल्वे ने बताया कि हमारी पेशकश के बाद भी विनेश फोगाट कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट द्वारा दिए गए फैसले को चुनौती नहीं देना चाहती थीं। हालांकि बाद में हमें अपील देने लायक सभी दस्तावेज और जानकारी मिल गई, जिसके बाद हमनें कड़ा संघर्ष किया। लेकिन हमारी अपील को खारिज कर दिया गया। मैंने उन्हें यह भी बताया कि हम मध्यस्थता पुरस्कार के खिलाफ दिए गए इस फैसले को लेकर स्विस अदालत में चुनौती दे सकते हैं। लेकिन उन्होंने इसे लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी, बाद में उनके वकीलों नें मुझे बताया कि वह इसे आगे नहीं ले जाना चाहती।

विनेश के वकीलों में तालमेल की कमीं, हमारे साथ जानकारी साझा करने से इंकार किया

साल्वे ने आरोप लगाया कि विनेश फोगाट के वकीलों में तालमेल की कमी थी, ऐसा इसलिए क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ द्वारा नियुक्त की गई एक बहुत बेहतर लॉ फर्म को कुछ वकीलों ने कहा कि हम आपके साथ कुछ भी साझा नहीं करेंगे। 

भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान महिलाओं की फ्रीस्टाइल कुश्ती के 50 किलोग्राम वर्ग में फाइनल के दिन ही 100 ग्राम अधिक वजन होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। ओलंपिक के बाद विनेश ने पहलवानी से संन्यास की घोषणा कर दी थी। विनेश हाल ही कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान भारतीय ओलंपिक संघ पर आरोप लगाया था कि अयोग्य घोषित होने के फैसले के बाद उन्हें किसी तरह की कोई सहायता नहीं मिली। संघ की अध्यक्ष पीटी ऊषा ने बिना उनकी मर्जी के उनकी फोटो खींच कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी। इस पूरे मामले के दौरान केवल राजनीति हुई है और कुछ नहीं।

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