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पुणे में फैली बीमारी का US कनेक्शन, GBS ने ली थी अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट की जान

  • महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों GBS नाम की खतरनाक बीमारी फैली हुई है। GBS यानी गुलेन बैरी सिंड्रोम के चलते यहां पर एक मौत भी हो चुकी है। वहीं, सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इस बीमारी का कनेक्शन अमेरिका से भी है।

Deepak लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीMon, 27 Jan 2025 11:11 AM
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पुणे में फैली बीमारी का US कनेक्शन, GBS ने ली थी अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट की जान

महाराष्ट्र के पुणे में इन दिनों GBS नाम की खतरनाक बीमारी फैली हुई है। GBS यानी गुलेन बैरी सिंड्रोम के चलते यहां पर एक मौत भी हो चुकी है। वहीं, सैकड़ों लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं। इस बीमारी का कनेक्शन अमेरिका से भी है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट की मौत इसी बीमारी के चलते हुई थी। एक रिसर्च पेपर में यह बात कही गई है। इसके मुताबिक भले ही शुरुआती तौर रूजवेल्ट की मौत के लिए पोलियो को वजह बताया गया, लेकिन उनकी उम्र और अन्य लक्षणों से पता चला था कि वह गुलेन बैरी सिंड्रोम का शिकार हुए थे।

वैज्ञानिकों ने क्या कहा था
डॉक्टर आर्मंड एस गोल्डमैन के नेतृत्व में टेक्सास के वैज्ञानिकों की टीम ने फ्रैंकलिन डी रूजवेल्ट की बीमारी के लक्षणों का नए तरीके से विश्लेषण किया था। इसमें सामने आया था कि रूजवेल्ट पोलियो के चलते नहीं, बल्कि जीबीएस के चलते पैरालिसिस के शिकार हुए थे। रिसर्चर्स के मुताबिक पोलियो छोटी उम्र के लोगों पर असर डालता है। रूजवेल्ट की जो उम्र थी, उसमें उनके ऊपर पोलियो का असर होने की संभावना ना के बराबर थी।

शोधकर्ताओं ने इसके पीछे की ठोस वजहें भी बताई थीं। इसमें कहा गया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पैरों में भीषण दर्द होता था। जबकि पोलियो के शिकार व्यक्ति को दर्द नहीं होता है। इसके अलावा पोलियो, शरीर के ऊपरी हिस्से को भी प्रभावित नहीं करता है। टेक्सास यूनिवर्सिटी में मेडिसिन के प्रोफेसर रहे डॉक्टर आर्मंड गोल्डमैन का मानना है कि लैब टेस्ट के अभाव में रूजवेल्ट का गलत चिकित्सा परीक्षण हुआ था।

क्या है GBS
जीबीएस एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है। इसमें इम्यून सिस्टम अपने ही स्वस्थ सेल्स पर हमला करता है। हल्के से इंफेक्शन से भी यह बीमारी हो सकती है। पुणे में बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी के शिकार हो चुके हैं। इसमें बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं। 100 से ज्यादा लोगों में यह बीमारी फैली हुई है, वहीं 16 लोग वेंटीलेटर पर जा चुके हैं। एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है। बढ़ती हुई बीमारी को देखते हुए प्रदेश के साथ-साथ केंद्र सरकार भी अलर्ट हो चुकी है।

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