अमेरिका में सिख समुदाय पर दिए गए बयान को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन, माफी की मांग
- प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए और सिखों को कथित रूप से अपमानित करने के लिए उनसे माफी की मांग की तथा देश में 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली यूनिट के सिख प्रकोष्ठ के सदस्यों ने सिख समुदाय के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के खिलाफ बुधवार को 10 जनपथ के निकट प्रदर्शन किया और माफी की मांग की। प्रदर्शनकारियों में महिलाएं भी शामिल थीं। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाते हुए और तख्तियां लेकर विज्ञान भवन से मार्च करते हुए गांधी के आवास 10 जनपथ की ओर जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया।
राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया था कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कुछ धर्मों, भाषाओं और समुदायों को अन्य की तुलना में कमतर मानता है। उन्होंने कहा था कि भारत में राजनीति के लिए नहीं बल्कि इसी बात की लड़ाई लड़ी जा रही है। लोकसभा में विपक्ष के नेता ने वाशिंगटन के वर्जीनिया उपनगर में हर्नडॉन में भारतीय अमेरिकी समुदाय के सैकड़ों लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही थी।
राहुल गांधी ने वहां पहली पंक्ति में दर्शकों के बीच बैठे एक सिख व्यक्ति से पूछा था, ''मेरे पगड़ीधारी भाई आपका क्या नाम है?'' कांग्रेस नेता ने कहा था, ''लड़ाई इस बात की है कि क्या एक सिख को भारत में पगड़ी या कड़ा पहनने का अधिकार है या नहीं। या एक सिख के रूप में वह गुरुद्वारे जा सकते हैं या नहीं। लड़ाई इसी बात के लिए है और यह सिर्फ उनके लिए ही नहीं बल्कि सभी धर्मों के लिए है।''
प्रदर्शनकारियों ने राहुल गांधी के खिलाफ नारे लगाए और सिखों को कथित रूप से अपमानित करने के लिए उनसे माफी की मांग की तथा देश में 1984 के सिख विरोधी दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। भाजपा ने अमेरिका में सिख समुदाय के बारे में गांधी की टिप्पणियों को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस नेता विदेश में संवेदनशील मुद्दों पर बोलकर खतरनाक विमर्श गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं।