अमेरिका में चुनाव, 13000 किलोमीटर दूर भारत के इस गांव में मची धूम; कमला हैरिस के लिए हो रही पूजा
- अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर भारत के भी एक गांव में पूजा-अर्चना का दौर जारी है। यह गांव कमला हैरिस के पूर्वजों का है। इस गांव में उनके नाना रहा करते थे।
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की घड़ी आ गई है। आज यानी 5 नवंबर को देर रात तक फैसला हो जाएगा कि वाइट हाउस में अगल चार साल तक कौन बैठने वाला है। मुकाबला रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्र्ंप और डेमोक्रेट कमला हैरिस के बीच है। भारतीय मां की बेटी कमला हैरिस भारतीय संस्कृति से भी जुड़ी रहती है। उनकी जीत के लिए वॉशिंगटन से 13 हजार किलोमीटर दूर भारत के गांव में भी प्रार्थनाओं का दौर चल रहा है।
तमिलनाडु के थुलासेंद्रापुरम मंदिर में कमला हैरिस की जीत के लिए खास पूजा रखी गई। यहां एक पत्थर में कमला हैरिस का भी नाम लिखा हुआ है। उन्होंने मंदिर के लिए दान दिया था। इसके अलावा उनके नाना का भी नाम पत्थर पर उकेरा गया है। इसके अलावा मंदिर के आसपास बैनर लगाए गए हैं और भारत की बेटी की जीत के लिए कामना की गई है।
चार साल पहले यह गांव तब चर्चा में आया था जब 2020 में कमला हैरिस अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनी थीं। तब भी गांव में खाना बांटा गया और आतिशबाजी करके जश्न मनाया गया था। हैरिस के नाना पीवी गोपलन इसी गांव में रहते थे। हालांकि कुछ दिन के बाद वह परिवार के साथ चेन्नई के पास रहने लगे थे। वह एक सीनियर सरकारी अधिकारी थे।
19 साल की उम्र में ही कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन भी अमेरिका चली गई थीं। उनकी पढ़ाई वहीं हुई और इसके बाद वहीं डोनाल्ड हैरिस नाम के शख्स से शादी कर लगी। कमला हैरिस की परवरिश अमेरिका और कनाडा में हुई। लंबे समय तक उन्होंने वकील के तौर पर काम किया। 2016 में ही उन्होंने अमेरिका की सेंट्रल पॉलिटिक्स में कदम रखा और चार साल बाद ही उपराष्ट्रपति बन गईं। इस बार डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से वह राष्ट्रपति पद की मजबूत दावेदार मानी जा रही हैं।