Hindi Newsदेश न्यूज़PM Narendra Modi podcast with Lex Fridman as he talks about his association with the RSS

'स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया, संघ भी वही सिखाता है', पॉडकास्ट में बोले पीएम मोदी

  • पीएम मोदी ने कहा, ‘RSS को समझना आसान काम नहीं है। इसके कामकाज को समझना होगा। यह अपने सदस्यों को जीवन का उद्देश्य देता है। यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है।’

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSun, 16 March 2025 05:54 PM
share Share
Follow Us on
'स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया, संघ भी वही सिखाता है', पॉडकास्ट में बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में आरएसएस से अपने जुड़ाव के बारे में बात की। उन्होंने कहा, 'मैं खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैंने RSS जैसे प्रतिष्ठित संगठन से जीवन का सार और मूल्य सीखा। मुझे उद्देश्यपूर्ण जीवन मिला।' उन्होंने कहा कि बचपन में RSS की सभाओं में जाना हमेशा अच्छा लगता था। मेरे मन में हमेशा एक ही लक्ष्य रहता था, देश के काम आना। यही संघ ने मुझे सिखाया। RSS इस साल 100 साल पूरे कर रहा है। आरएसएस से बड़ा कोई स्वयंसेवी संघ दुनिया में नहीं है।

पीएम मोदी ने कहा, ‘RSS को समझना आसान काम नहीं है। इसके कामकाज को समझना होगा। यह अपने सदस्यों को जीवन का उद्देश्य देता है। यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है। हमारे वैदिक संतों और स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया है, संघ भी यही सिखाता है। RSS के कुछ सदस्यों ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए विद्या भारती नामक संगठन की शुरुआत की। उनके देश भर में करीब 25 हजार स्कूल चलते हैं। एक समय में 30 लाख छात्र इन स्कूलों में पढ़ते हैं।’ उन्होंने कहा कि वामपंथियों की ओर से प्रचारित श्रमिक आंदोलन 'दुनिया के मजदूरों, एक हो जाओ!' का नारा लगाते हैं, जबकि RSS का श्रमिक संगठन 'मजदूरों, दुनिया को एक करो!' का नारा लगाता है।

बचपन को याद करते हुए क्या बोले पीएम मोदी

नरेंद्र मोदी ने कहा कि बचपन में कुछ ना कुछ करते रहना मेरा स्वभाव था। उन्होंने कहा, 'हमारे यहां एक व्यक्ति आते थे जो डफली जैसा कुछ रखते थे और देशभक्ति के गीत सुनाते थे। उनकी आवाज बहुत अच्छी थी। अलग-अलग जगह पर उनके कार्यक्रम होते थे। मैं पागल की तरह उन्हें सुनने चला जाता था। मैं रात-रात भर देशभक्ति के गाने सुनता था। इसमें मुझे मजा आता था।' पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा क्यों होता था, पता नहीं। ऐसे में RSS की शाखा लगती थी जहां खेल-कूद तो नहीं होता था। देशभक्ति गीत बजते थे जिसे सुनकर मन को बड़ा सुकून मिलता था। ऐसे ही मेरा संघ में आना हुआ और इससे संस्कार मिले। संघ के लोगों ने बहुत कुछ सिखाया।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।