आस्था का अपमान किया, दूसरे धर्मों की नक्सल सोच; कश्मीर में PM ने राहुल गांधी को क्या-क्या सुनाया
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए 'देवता' वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है। पीएम मोदी ने कहा है कि यह 'नक्सली मानसिकता दूसरे धर्मों से आई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अमेरिका में दिए गए 'देवता' वाले बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि यह कांग्रेस पार्टी की नक्सली मानसिकता को दर्शाता है जो दूसरे धर्मों और देशों से आई है। पीएम मोदी ने जम्मू कश्मीर के कटरा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा है कि कांग्रेस चंद वोटों के लिए कभी भी लोगों की आस्था और संस्कृति को दांव पर लगा सकती है। इससे पहले बीते दिनों अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने दावा किया था कि उनके लिए 'देवता' का मतलब है एक ऐसा व्यक्ति जिसकी आंतरिक भावनाएं उसकी बाहरी भावनाओं के अनुरूप हों।
पीएम मोदी ने रैली के दौरान कहा,"कांग्रेस चंद वोटों के लिए कभी भी हमारी आस्था और संस्कृति को दांव पर लगा सकती है। कांग्रेस के वारिस विदेश गए और कहा कि हमारे 'देवी-देवता' भगवान नहीं हैं। यह हमारी आस्था का अपमान है। कांग्रेस को इसके लिए सजा मिलनी चाहिए।" पीएम मोदी ने आगे कहा, “वे यह सब सिर्फ़ कहने के लिए या गलती से नहीं कहते। यह एक सोची समझी साजिश का हिस्सा है। यह एक नक्सली सोच है जो दूसरे धर्मों और दूसरे देशों से आई है। कांग्रेस की इस नक्सली मानसिकता ने जम्मू की डोगरा परम्परा का अपमान किया है।"
राहुल गांधी ने क्या कहा था
अमेरिका की अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, "भारत में देवता का मतलब है एक ऐसा व्यक्ति जिसकी आंतरिक भावनाएं उसकी बाहरी अभिव्यक्ति के समान हों, यानी वह पूरी तरह से पारदर्शी व्यक्ति हो। अगर कोई व्यक्ति मुझे वह सब कुछ बताता है जो वह मानता है या सोचता है और उसे खुले तौर पर व्यक्त करता है, तो वह देवता की परिभाषा है। हमारी राजनीति के बारे में दिलचस्प बात यह है कि आप अपने विचारों को कैसे दबाते हैं, आप अपने डर, लालच या महत्वाकांक्षाओं को कैसे दबाते हैं और दूसरे लोगों के डर और महत्वाकांक्षाओं का पता कैसे लगाते हैं।"
पीएम मोदी ने रैली में और क्या-क्या कहा
पीएम मोदी ने रैली में आगे कहा कि वह जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा जरूर दिलवाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने नदियों के पानी को पाकिस्तान में बहने दिया, लेकिन उनकी सरकार ने बांध बनाए। उन्होंने कहा कि दुनिया की कोई ताकत नहीं है जो जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को वापस ला सके। उन्होंने आगे कहा, "हम यहां पाकिस्तान के एजेंडे को लागू नहीं होने देंगे।" पीएम ने कहा, "अनुच्छेद 370 के हटने के बाद अलगाववाद और आतंकवाद कमजोर हुआ है। उन्हें पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।"