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कांग्रेस ने संविधान के पहले बेटे का गला घोंट दिया; संसद में पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला

  • PM Modi: प्रधानमंंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने संविधान के पहले बेटे यानि संसद का ही गला घोंट दिया। उन्होंने बिना संसद में लाए ही संविधान में 35A को जोड़ दिया।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानSat, 14 Dec 2024 07:46 PM
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कांग्रेस ने संविधान के पहले बेटे का गला घोंट दिया; संसद में पीएम मोदी का विपक्ष पर हमला

संविधान के ऊपर संसद में जारी चर्चा में पीएम मोदी ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। पीएम ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान का गला घोंटने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू ने संसद को बायपास करके संविधान में आर्टिकल 35A जोड़ दिया। संविधान का पहला बेटा ही संसद है, अपने फैसले में संसद को बायपास करके पंडित नेहरू ने संविधान के बेटे का गला घोंटने का काम किया। यही नहीं बाद में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने भी संविधान में ऐसा संशोधन किया कि न्यायपालिका के हाथों को ही बांध दिया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि संविधान को अपनाने के कुछ ही दिनों बाद पीएम नेहरू ने संविधान में पहली बार बदलाव किया , जबकि उस समय वह चुनी हुई सरकार के नेता भी नहीं थे। क्या यह बात संविधान सभा में नहीं आई होगी.. निश्चित तौर पर आई होगी लेकिन वहां पर उनकी चली नहीं होगी.. इसलिए जैसे ही उनको मौका मिला उन्होंने तुरंत ही संविधान में परिवर्तन कर दिया।

पीएम मोदी ने पंडित नेहरू पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर कहा था कि अगर संविधान हमारे बीच में आता है तो हमें उसे बदलना होगा। पीएम ने कहा कि कांग्रेस के बाकी नेताओं ने उन्हें इससे रोकने की भी कोशिश की लेकिन पंडित जी का अलग ही संविधान चलता था।

प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि पंडित नेहरू के बाद एक और प्रधानमंत्री ने देश के संविधान को तार-तार करने की कोशिश की। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 में ऐसा परिवर्तन किया, जिससे ज्यूडीसरी के सारी शक्तिओं को ही खत्म करने की कोशिश की गई। संविधान के गले को घोंटने की साजिश की गई। सत्ता की शक्ति का ऐसा स्वाद मुंह को लगा कि उन्होंने देश के लोकतंत्र पर सबसे बड़ा काला धब्बा लगा दिया। उन्होंने भारतीय लोकतंत्र पर इमरजेंसी जैसा दाग लगा दिया। पिछले दस सालों में संविधान में करीब 75 से ज्यादा परिवर्तन किए गए।

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