'अगर चीन ने...', पीयूष गोयल ने क्या कहा जो मेट्रो में सीट से उठ खड़े हुए जर्मन मंत्री
- पीयूष गोयल ने जर्मन अर्थव्यवस्था मंत्री को बताया कि चीन जर्मन कंपनी को भारत में भारी मशीनरी की सप्लाई करने से रोक रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जर्मन कंपनी वहां अपना प्रोडक्ट बनाती है।
केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और जर्मन इकोनॉमी मिनिस्टर रॉबर्ट हैबेक का एक वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। इसमें गोयल जर्मन कंपनी से भारी मशीन उपकरणों की बिक्री और खरीद प्रक्रिया पर नाराजगी जताते दिख रहे हैं। दोनों नेताओं के बीच यह तीखी बातचीत उस वक्त हुई, जब वे दिल्ली मेट्रो में यात्रा कर रहे थे। जर्मन चांसलर ओलाफ स्कॉल्त्स के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल बीते हफ्ते भारत पहुंचा था, जिसमें हैबेक भी शामिल रहे। दो-दिवसीय इस यात्रा के दौरान कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।
पीयूष गोयल ने जर्मन अर्थव्यवस्था मंत्री को बताया कि चीन जर्मन कंपनी को भारत में भारी मशीनरी की सप्लाई करने से रोक रहा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जर्मन कंपनी वहां अपना प्रोडक्ट बनाती है। गोयल ने मेट्रो यात्रा के दौरान ही हैबेक से कहा, 'देखिए ऐसा है कि आपकी जर्मन कंपनी हमें बोरिंग मशीनें मुहैया करा रही है, जिसे वे चीन में बना रहे हैं। मगर, चीन उन्हें इसे भारत में बेचने की इजाजत नहीं दे रहा है। हमें अब जर्मन उपकरण खरीदना बंद कर देना चाहिए।' यह सुनकर हैबेक अपनी सीट से खड़े हो जाते हैं और असहज मालूम पड़ते हैं।
…तो कोई समझौता नहीं होगा, क्या बोले गोयल
पीयूष गोयल ने दुग्ध क्षेत्र पर जो सख्त रुख अपनाया, उसकी भी खूब चर्चा हुई। उन्होंने साफ कहा कि यदि यूरोपीय संघ दुग्ध क्षेत्र को खोलने पर जोर देता है तो कोई समझौता नहीं होगा। ‘एशिया पैसिफिक कॉन्फ्रेंस ऑफ जर्मन बिजनेस’ के आयोजित 18वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही। वाणिज्य मंत्री ने जर्मनी को लेकर कहा, ‘हम केवल एक-दूसरे की संवेदनशीलता का सम्मान करते हैं। ऐसे मुद्दों पर सीमा नहीं लांघते जो ठेस पहुंचा सकते हैं। मिसाल के तौर पर दुग्ध, मैं दुध क्षेत्र नहीं खोल सकता। अगर यूरोपीय संघ जोर देता है कि मैं दुग्ध क्षेत्र के द्वार उसके लिए खोलूं, तो कोई एफटीए नहीं होगा।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)