सलमान, शाहरुख के बाद मिथुन चक्रवर्ती को धमकी, पाकिस्तानी डॉन बोला- पछताना पड़ेगा
- दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी डॉन शहजाद भट्टी ने वीडियो जारी कर बीजेपी नेता और अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को धमकी दी है। मिथुन के एक बयान को लेकर उसने वीडियो जारी किया है।
सलमान खान और शाहरुख खान के बाद अब फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती को भी धमकी मिलने लगी है। उन्हें पाकिस्तान के डॉन शहजाद भट्टी ने धमकी दी है और कहा है कि वह 15 दिनों के भीतर माफी मांग लें नहीं तो पछताना पड़ेगा। भट्टी ने दुबई से दो वीडियो जारी किए हैं। इन वीडियो में वह मिथुन चक्रवर्ती को बुरा-भला कहता दिखाई देता है। दूसरे वीडियो में वह मिथुन चक्रवर्ती के बयान को चलाता है और पीछे से डायलॉगबाजी करता है।
दरअसल 27 अक्टूबर को कोलकाता में एक रैली के दौरान गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में मिथुन ने कहा था. एक नेता ने कहा था कि यहां की 70 फीसदी आबादी मुसलमान है। हिंदुओं को काटकर भागीरथी में बहा दिया जाएगा। मैं कहता हूं कि हम तुम्हें काटकर नदी में नहीं बहाएंगे लेकिन तुम्हारी जमीन में जरूर गाड़ देंगे।
पाकिस्तानी डॉन ने कहा, यह वीडियो मिथुन चक्रवर्ती के लिए है। कुछ दिन पहले उसने कहा था कि मुसलमानों को काटूंगा और गाड़ दूंगा। मिथुन साहब, आपको मेरा मशविरा है कि 10 से 15 दिनों की भीतर आप इस बकवास के लिए माफी मांग लें नहीं तो पछताना पड़ेगा। भट्टी ने आगे कहा, आपके फैन मुसलमान भी हैं। मुस्लिमों ने आपको इज्जत दी और आपने दिल दुखा दिया। आपकी फ्लॉप फिल्में देखने भी हम जाते थे। आज आप जो कुछ हो इसी की वजह से हो। आप जिस उम्र में हैं उस उम्र में बकवास नहीं चरनी चाहिए, बाद में पछताना पड़ता है।
उसने कहा, यह कोई फिल्म नहीं रियल लाइप है। स्टेज पर चढ़कर आप बदमाश बन रहे हैं। उसने मिथुन की तस्वीर में जूते का निशान बनाकर दूसरा वीडियो जारी किया। बता दें कि मिथुन चक्रवर्ती के भाषण के बाद उपर दो एफआईआर दर्ज की गई थीं। पहली प्राथमिकी एक व्यक्ति की शिकायत के आधार पर बिधाननगर दक्षिण पुलिस थाने में जबकि दूसरी प्राथमिकी बहूबाजार पुलिस थाने में दर्ज की गई।
बिधाननगर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने मामले की जांच शुरू कर दी है।” चक्रवर्ती को इस वर्ष की शुरुआत में भारत के सर्वोच्च फिल्म सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। चक्रवर्ती ने 27 अक्टूबर को कहा था कि 2026 के विधानसभा चुनावों के बाद पश्चिम बंगाल का “मसनद” (सिंहासन) भाजपा का होगा और उन्होंने इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कुछ भी करने का वादा किया था।