कायरों की तरह वार करता है पाकिस्तान, रात के अंधेरे में LoC पर फिर फायरिंग; भारत के जवाब से सहमा
भारतीय सेना के अनुसार, यह गोलीबारी देर रात शुरू हुई और कुछ समय तक जारी रही। सेना ने स्पष्ट किया कि भारतीय जवानों ने संयम रखते हुए, लेकिन प्रभावी ढंग से जवाबी कार्रवाई की।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत की संभावित कार्रवाई से सहमा पाकिस्तान कायराना हमले की कोशिश कर रहा है। आज देर रात एलओसी पर फिर सीजफायर का उल्लंघन किया और फायरिंग की। इस दौरान भारत की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई, जिससे पड़ोसी मुल्क सहम गया। जम्मू-कश्मीर के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में 29-30 अप्रैल की रात पाकिस्तान की ओर से एक बार फिर बिना उकसावे के संघर्षविराम का उल्लंघन किया गया। पाकिस्तान सेना ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर छोटी हथियारों से गोलाबारी शुरू की, जिसका भारतीय सेना ने तत्परता और मजबूती से जवाब दिया।
भारतीय सेना के अनुसार, यह गोलीबारी देर रात शुरू हुई और कुछ समय तक जारी रही। सेना ने स्पष्ट किया कि भारतीय जवानों ने संयम रखते हुए, लेकिन प्रभावी ढंग से जवाबी कार्रवाई की।
भारतीय सेना ने एक आधिकारिक बयान में कहा, “पाकिस्तान सेना की ओर से नियंत्रण रेखा के पार नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में रात के समय बिना किसी उकसावे के छोटे हथियारों से फायरिंग की गई। भारतीय सेना ने स्थिति को नियंत्रण में रखते हुए उचित और सटीक प्रतिक्रिया दी।”
आपको बता दें कि इससे जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान और भारत के बीच लगातार पांचवीं रात गोलीबारी की गई थी। सेना ने यह जानकारी दी थी। सेना ने कहा था कि संघर्ष विराम उल्लंघन की खबरें कश्मीर के कुपवाड़ा और बारामुल्ला जिलों और जम्मू के अखनूर सेक्टर से आई हैं।
सेना ने मंगलवार को कहा, “28-29 अप्रैल 2025 की रात को, पाकिस्तानी सेना ने कुपवाड़ा और बारामुल्ला जिलों के साथ-साथ अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी की। भारतीय सेना ने उकसावे का जवाब दिया।”
सोमवार को कश्मीर में नियंत्रण रेखा के अलावा, पाकिस्तान ने जम्मू के पुंछ क्षेत्र में छोटे हथियारों से गोलीबारी की थी।
पिछले हफ़्ते पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। भारत और पाकिस्तान के बीच 2021 के समझौते के बाद से नियंत्रण रेखा पर अपेक्षाकृत शांति रही है। तनाव के बीच नियंत्रण रेखा पर रहने वाले सीमावर्ती निवासियों को सीमा पार से गोलाबारी फिर से शुरू होने का डर सता रहा है। कई सीमावर्ती निवासियों ने बताया कि डर के कारण उन्होंने अपने गांवों में भूमिगत बंकरों की सफाई शुरू कर दी है।