यह तो बड़ी नाइंसाफी है, अमेरिका ने लिया ऐसा फैसला कि बौखला गया पाकिस्तान
- अमेरिका द्वारा बलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। उसका कहना है कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ दोहरा रवैया अपना रहा है।
अमेरिका द्वारा पाकिस्तान के मिसाइल प्रोग्राम पर प्रतिबंध लगाने और मिसाइल बनाने वाली तीन कंपनियों पर जुर्माना लगाने के बाद पाकिस्तान जैसे बौखला गया है। उनका कहना है कि अमेरिका उसके साथ भेदभाव का रवैया अपना रहा है और नाइंसाफी पर उतारू है। बता दें कि पाकिस्तान अमेरिका सहित दक्षिण एशिया के बाहर भी हमला करने के लिए मिसाइलें बना रहा था। अमेरिका को खतरे का अंदाजा था इसलिए वाइट हाउस ने चार कंपनियों पर बैन लगा दिया। इनमें एयरोस्पेस और डिफेंस एजेंसी, नेशनल डिवेलपमेंट कॉम्प्लेक्स शामिल हैं। इसके अलावा एफिलिएट्स् इंटरनेशनल ऐंड रॉकसाइड एंटरप्राइजेस और ख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका का यह फैसला क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए खतरा है। पाकिस्तान ने कहा कि अमेरिका बिना किसी पुख्ता सबूत के ही हथियार कारोबार को टारगेट कर रहा है। पाकिस्तान ने कहा कि दूसरे देशों को सैन्य तकनीक के लाइसेंस देने में अमेरिका दोहरा रवैया अपना रहा है। बता दें कि पाकिस्तान का नेशनल डिवेलपमेंट कॉम्प्लेस लॉन्ग रेंज की मिसाइलें बना रहा था। इसमें शाहीन बलिस्टिक मिसाइल भी शामिल है। नडीसी के अलावा, तीन अन्य संस्थाएं ‘अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड’, ‘एफिलिएट्स इंटरनेशनल’ और ‘रॉकसाइड एंटरप्राइज’ हैं। ये तीनों कराची में स्थित हैं, जबकि एनडीसी इस्लामाबाद में है।
अमेरिका ने इसी तरह के प्रतिबंध चीन की कंपनियों पर भी लगाए थे। बता दें कि पाकिस्तान ने 1998 में ही खुद को परमाणु शक्ति संपन्न देश घोषित कर दिया था। वाइट हाउस के अधिकारी ने बताया कि बड़ा सवाल यह है कि आखिर पाकिस्तान किसको निशाना बनाना चाहता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान जो कर रहा है उससे अमेरिका को भी खतरा हो सकता है। अगर इसी तरह चलता रहा तो पाकिस्तान एशिया के बाहर अमेरिका तक वार कर सकता है।