पाकिस्तानी सेना प्रमुख मुनीर ने करवाया पहलगाम हमला? पाक के पूर्व मेजर का सनसनीखेज दावा
पाकिस्तान के रिटायर्ड मेजर आदिल रजा ने पहलगाम हमले को लेकर एक सनसनीखेज दावा किया है। उनके मुताबिक इस हमले के पीछे पाक के सेना प्रमुख आसिम मुनीर का हाथ है । उनके मुताबिक पाक सेनाअध्यक्ष जनरल मुनीर ने अपने निजी फायदे के लिए यह हमला करवाया।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमलों को लेकर भारत ने सीमा पार आतंकवाद पर कड़ी चेतावनी जारी करते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कई बड़े एक्शन लिए हैं। वहीं पाकिस्तान इस हमले को लेकर एक बार फिर अपना पुराना राग अलाप रहा है। पाकिस्तान की तरफ से कहा जा रहा है कि इस हमले से पाकिस्तान का कोई संबंध नहीं है। इतना ही नहीं गुरुवार को पाकिस्तान ने भारत से सबूत की मांग तक कर दी। हालांकि पाक के इन दावों की पोल अपने ही लोग खोल रहे हैं।
पहलगाम हमलों को लेकर पाक के एक रिटायर्ड मेजर ने बड़ा दावा किया है। पाकिस्तान सेना के रिटायर्ड मेजर और विश्लेषक आदिल रजा ने दावा किया है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान के सेनाअध्यक्ष जनरल मुनीर का हाथ है। आदिल रजा ने कहा है कि जनरल मुनीर ने यह हमला निजी स्वार्थ के लिए करवाया है।
निजी हितों की पूर्ति के लिए करवाया हमला
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट कर आदिल रजा ने लिखा, “पहलगाम आतंकी हमला फासीवादी आसिम मुनीर और सेना के भीतर उसके साथियों द्वारा अपने निजी हितों की पूर्ति के लिए किया गया एक व्यक्तिगत कार्य था। इसलिए, सैन्य कब्जे वाले पाकिस्तान को किसी एक दुष्ट की कार्रवाइयों के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है।
आसिम मुनीर की क्या है चाल?
आदिल रजा ने एक अन्य पोस्ट में लिखा, “असीम मुनीर के नेतृत्व में पाकिस्तानी सेना पहलगाम आतंकी हमले की साजिश रचने के बाद हताश और घबराई हुई है। यह हमला संभवतः बलूचिस्तान में विद्रोहियों के लिए कथित भारतीय समर्थन के जवाब में किया गया है।” आज तक ने आदिल रजा के हवाले से यह भी बताया कि हमले के जरिए आसिम मुनीर खुद को एक मजबूत नेता के रूप में पेश करना चाहते हैं।
आसिम ने उगला था जहर
बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले से 5 दिन पहले ही पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर ने हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला था। उन्होंने पाकिस्तान में एक कार्यक्रम के दौरान तीखा भाषण देते हुए कहा था कि पाकिस्तानी हिंदुओं से पूरी तरह अलग हैं। आसिम ने कहा था कि उनकी संस्कृति, सोचने का तरीका, मजहब सब कुछ हिंदुओं से अलग है। कश्मीर का जिक्र करते हुए आसिम मुनीर ने कहा था, “कश्मीर हमारी नसों में दौड़ता है। हम उसे कभी नहीं भूलेंगे।” बता दें कि इस नफरती की भाषण के 5 दिन बाद ही 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों को धर्म पूछ कर मौत के घाट उतार दिया।