'इकोनॉमिक्स के फर्स्ट ईयर स्टूडेंट से पूछ लीजिए', पी चिदंबरम ने फंड पर पीएम मोदी को घेरा
- पी चिदंबरम ने पीएम मोदी के बयान को आर्थिक तर्क के आधार पर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि यह दावा भ्रामक है, क्योंकि हर साल आर्थिक आंकड़े स्वाभाविक रूप से बढ़ते हैं। यह बात इकोनॉमिक्स के फर्स्ट ईयर स्टूडेंट को भी पता होती है।

कांग्रेस के सीनियर नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक्स पर पोस्ट करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस दावे पर सवाल उठाया, जिसमें उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 2014-24 के दौरान तमिलनाडु में रेलवे प्रोजेक्ट्स के लिए 7 गुना अधिक धनराशि दी है, जो 2004 से 2014 की तुलना में दी गई थी। चिदंबरम इस बयान को आर्थिक तर्क के आधार पर खारिज करते दिखे। उन्होंने कहा कि यह दावा भ्रामक है, क्योंकि हर साल आर्थिक आंकड़े स्वाभाविक रूप से बढ़ते हैं। यह बात इकोनॉमिक्स के फर्स्ट ईयर स्टूडेंट को भी पता होती है।
पी चिदंबरम ने लिखा, 'पीएम और केंद्रीय मंत्री लगातार कहते हैं कि उन्होंने 2014-24 में तमिलनाडु को 2004-14 की तुलना में अधिक धन दिया। उदाहरण के लिए, पीएम ने कहा कि उनकी सरकार ने तमिलनाडु में रेलवे परियोजनाओं के लिए 7 गुना अधिक धन दिया। अर्थशास्त्र के किसी प्रथम वर्ष के छात्र से पूछें। वह आपको बताएगी कि 'इकोनॉमिक मेट्रिक' हमेशा पिछले वर्षों की तुलना में अधिक होगा। जीडीपी का आकार अब पहले से बड़ा है। केंद्रीय बजट का आकार हर साल बढ़ता जाता है। सरकार का कुल खर्च हर साल बीते वर्ष से अधिक होता है। आप पिछले साल की तुलना में एक साल बड़े हैं। संख्या के हिसाब से आंकड़ा बड़ा होगा, लेकिन क्या यह जीडीपी के अनुपात में या कुल खर्च के अनुपात में अधिक है?'
आखिर पीएम मोदी ने क्या कहा था?
कांग्रेस की यह यह टिप्पणी पीएम मोदी के उस बयान के जवाब में थी, जो उन्होंने रामेश्वरम में नए पंबन रेलवे ब्रिज के उद्घाटन के दौरान कही। नरेंद्र मोदी ने कहा, 'पिछले दस वर्षों में हमने तमिलनाडु को तीन गुना अधिक धन दिया, जबकि पहले इंडी गठबंधन के समय ऐसा नहीं था। इस साल तमिलनाडु का रेल बजट 6,000 करोड़ रुपये को पार कर गया है।' नए पंबन ब्रिज के अलावा, पीएम मोदी ने तमिलनाडु में कई परिवर्तनकारी सड़क परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-40) के वालाजाहपेट/रानीपेट-तमिलनाडु/आंध्र प्रदेश सीमा खंड के 4 लेन के निर्माण की आधारशिला रखी गई और राष्ट्र को समर्पित सड़क परियोजनाएं शामिल हैं।