सभी योगी की ठोक देंगे नीति के बारे में जानते हैं, बहराइच एनकाउंटर पर क्या बोले ओवैसी
- ओवैसी ने कहा कि बहराइच हिंसा के आरोपियों के पुलिस द्वारा एनकाउंटर की सच्चाई जानना मुश्किल नहीं है। योगी की ठोक देंगे नीति के बारे में सभी जानते हैं। अगर पुलिस के पास इतने सबूत होते तो आरोपियों को कानूनी तौर पर सजा दिलाने का प्रयास किया जाता।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बहराइच एनकाउंटर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना की और पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 'ठोक देंगे' नीति का हवाला दिया। बहराइच हिंसा के आरोपी सरफराज और मोहम्मद तालिब के पैर में गुरुवार को गोली मार दी गई, जब वे कथित तौर पर नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे।
एनकाउंटर का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि अगर पुलिस के पास पर्याप्त सबूत थे, तो आरोपियों को कानूनी सजा देनी चाहिए थी। एआईएमआईएम प्रमुख ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, "बहराइच हिंसा के आरोपियों के पुलिस द्वारा एनकाउंटर की सच्चाई जानना मुश्किल नहीं है। योगी की ठोक देंगे नीति के बारे में सभी जानते हैं। अगर पुलिस के पास इतने सबूत होते तो आरोपियों को कानूनी तौर पर सजा दिलाने का प्रयास किया जाता।''
यूपी डीजीपी ने कहा, "जब पुलिस गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को भारत-नेपाल सीमा के पास हथियार बरामदगी के लिए ले जा रही थी, तो दो आरोपियों ने भागने की कोशिश की। भागने की कोशिश में गोली चल गई। इस दौरान मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब घायल हो गए। अब्दुल हमीद, फहीम और अब्दुल अफजल को गिरफ्तार किया गया। कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। स्थिति नियंत्रण में है।" उन्होंने कहा कि आगे की जानकारी बहराइच पुलिस द्वारा साझा की जाएगी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर अपनी विफलता को छिपाने के लिए मुठभेड़ करने का आरोप लगाया है।
अखिलेश यादव ने कहा, "यह घटना प्रशासनिक विफलता थी। सरकार अपनी विफलता को छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही है... अगर एनकाउंटर से राज्य की कानून-व्यवस्था में सुधार होता तो यूपी अन्य राज्यों से बहुत आगे होता... अगर जुलूस के लिए अनुमति ली गई थी तो इसे शांतिपूर्ण तरीके से क्यों नहीं निकाला गया? अगर वे इतने छोटे आयोजन को संभाल नहीं सकते तो उनसे राज्य में कानून-व्यवस्था की सुरक्षा की उम्मीद कैसे की जा सकती है... जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था और ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। हम पीड़ित परिवारों के साथ खड़े होंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उन्हें न्याय मिले... सरकार फूट डालो और राज करो की नीति पर काम कर रही है। यह घटना यूं ही नहीं हुई, इसकी योजना बनाई गई थी।"