मुझे उनमें बहुत उम्मीदें दिखती हैं, अग्निवीर योजना के मुरीद भारतीय नेवी चीफ
- चिल्का में दिए गए प्रशिक्षण में शैक्षणिक, सेवा के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण तथा कर्तव्य, सम्मान एवं साहस के मूल मूल्यों पर आधारित ‘आउटडोर’ प्रशिक्षण भी शामिल था।
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने ओडिशा में अग्निवीरों के चौथे बैच की पासिंग आउट परेड के दौरान अग्निवीर योजना की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह पहल अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है। एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि पहले तीन बैचों में 2,500 से अधिक अग्निवीरों ने अपनी ट्रेनिंग पूरी कर ली है।
भारतीय नौसेना प्रमुख ने शुक्रवार को कहा, "जब 2022 में अग्निपथ योजना शुरू की गई थी, तब मैं कार्मिक प्रमुख (Chief of Personnel) था। अब, दो साल बाद, हमने शुक्रवार को अपने प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान, आईएनएस चिल्का से चौथा बैच पास आउट होते देखा है। योजना अच्छी चल रही है। हमने पहले तीन बैचों में 2,500 से अधिक अग्निवीरों को प्रशिक्षित किया है।"
उन्होंने कहा, "इस बैच में लगभग 1,429 अग्निवीर शामिल हैं, जिनमें से लगभग 300 महिलाएं हैं। मैंने पहले बैच के दौरान चिल्का में अग्निवीरों को देखा है। उन्हें जहाजों पर देखा है, और आज फिर देखा है। मुझे उनमें बहुत उम्मीदें दिखाई देती हैं। वे अत्यधिक प्रेरित, उत्साही हैं। मुझे विश्वास है कि वे भारतीय नौसेना के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।"
अग्निवीरों के चौथे बैच की पासिंग आउट परेड (पीओपी) शुक्रवार को ओडिशा में भारतीय नौसेना के प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान आईएनएस चिल्का में आयोजित की गई। सूर्यास्त के बाद होने वाले इस समारोह में 216 महिला अग्निवीरों सहित 1390 अग्निवीरों ने आईएनएस चिल्का से रवाना होते हुए 'अंतिम पग' लिया। साथ ही नौसेना अग्निवीरों के साथ-साथ 330 तटरक्षक नाविक भी 'पास आउट' हुए।
पीओपी ने न केवल अग्निवीरों के लिए 16 सप्ताह के प्रारंभिक नौसेना प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित किया, बल्कि युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय, एकजुट और भविष्य के लिए तैयार भारतीय नौसेना में उनकी यात्रा की शुरुआत का संकेत भी दिया। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि ‘पीओपी’ न केवल अग्निवीरों के 16 सप्ताह के प्रारंभिक नौसेना प्रशिक्षण के सफल समापन का प्रतीक है, बल्कि युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार भारतीय नौसेना में उनकी नयी यात्रा का भी प्रतीक है।
चिल्का में दिए गए प्रशिक्षण में शैक्षणिक, सेवा के विभिन्न पहलुओं पर प्रशिक्षण तथा कर्तव्य, सम्मान एवं साहस के मूल मूल्यों पर आधारित ‘आउटडोर’ प्रशिक्षण भी शामिल था। ‘पीओपी’ के दौरान काबिल अग्निवीरों को नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी द्वारा विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान किए। इस आयोजन के तहत नौसेना प्रमुख नयी अवसंरचना के निर्माण/सुविधाओं का उद्घाटन करेंगे और समारोह में शामिल होंगे एवं विभिन्न प्रभागों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
जून 2022 में सरकार द्वारा घोषित अग्निपथ योजना, सशस्त्र बलों के भीतर एक युवा प्रोफाइल को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन की गई है। इस योजना के तहत भर्ती किए गए लोगों को 'अग्निवीर' के रूप में जाना जाता है। सरकार ने कहा है कि चार साल के बाद रक्षा बलों में नहीं रहने वालों के लिए कई नौकरी के अवसर और अन्य रास्ते होंगे।